देश का अपना भुगतान कार्ड ‘रूपे’ राष्ट्र को समर्पित

देश का अपना भुगतान कार्ड ‘रूपे’ राष्ट्र को समर्पित

नई दिल्ली : भारत ने ‘वीजा’ और ‘मास्टरकार्ड’ का आज देसी विकल्प ‘रपे’ पेश किया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज यहां राष्ट्रपति भवन में एक-एक समारोह में ‘रूपे’ कार्ड का अनावरण किया। यह एटीएम मशीनों से धन निकालने और दुकानों तथा पेट्रोल पंपों आदि पर खरीदारी के कार्ड से भुगतान के लिए प्रयोग किया जा सकता है।

इस कार्ड को राष्ट्र को समर्पित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि ‘रूपे’ के प्रचलन में आने के साथ भारत उन कुछ गिने चुने देशों में आ गया है जिन्होंने अपने खुदके का कार्ड के जरिए भुगतान का मार्ग स्थापित कर लिया है। राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि आने वाले दिनों में भारत जैसे विशाल देश में कार्ड से लेने-देन का दायरा बहुत अधिक बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि ‘रूपे’ प्रणाली से लेन देन के लिए न सिर्फ नकदी पर निर्भरता घटेगी बल्कि उपयोक्ताओं को देश में भुगतान के विकल्पों को विविधता भी मिलेगी।

भारतीय रेल की वाणिज्यिक इंटरनेट साइट आईआरसीटीसी जल्दी अपने यहां रूपे कार्ड से क्रय-बिक्रय की सुविधा शुरू करेगी जिससे लोगों को रूपे कार्ड के जरिए रेल टिकट बुकिंग में मदद मिलेगी। रूपे प्रणाली का विकास नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआई) ने कराया है।

रूपे विश्व का सातवां पेमेंट गेटवे या भुगतान मार्ग है। एनपीसीआई के अध्यक्ष बालचंद्रन एम ने कहा कि एनपीसीआई के निदेशक मंडल ने ‘रूपे’ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित करने की योजना भी बनाई है। इस संबंध में अमेरिका में डिस्कवर फिनांशल सर्विसेज और जापान में जेडीसी के साथ गठजोड़ की बातचीत चल रही है। रूपए तीन चैनलों - एटीएम, बिक्री केंद्र और आनलाइन बिक्री पर काम करता है।

इस मौके पर वित्तीय सेवा सचिव जीएस संधू ने कहा कि रूपे अंतरराष्ट्रीय कार्ड की लागत से कम कीमत पर उपलब्ध होगा। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने अब तक 25,331 रूपे कार्ड एटीएम लगाए हैं और चालू वित्त वर्ष के दौरान 9,000 और एटीएम लगाए जाएंगे। रूपे कार्ड देश के सभी 1.6 लाख से अधिक एटीएम, 95 प्रतिशत बिक्री केंद्र (9.45 लाख से अधिक) और ज्यादातर ई-वाणिज्य पोर्टल (करीब 10,000) पर स्वीकार किए जाते हैं।

इस प्रणाली में लेन-देन की प्रक्रिया घरेलू स्तर पर होगी। इसलिए उम्मीद है कि इसमें निटपान और भुगतान की लागत कम होगी। बैंक इसके लिए विदेशी मुद्रा के बदले भारतीय रुपए में शुल्क अदा करेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने डेबिट कार्ड के अलावा अब इस कार्ड का नया स्वरूप किसान कार्ड जारी किया है। इनके अलावा दूध खरीद के भुगतान के लिए अलग कार्ड भी जारी किया गया है।

ढाई सौ से अधिक बैंक रूपे कार्ड जारी कर रहे हैं और अप्रैल तक इस कार्ड के उपभोक्ताओं की संख्या दो करोड़ से अधिक हो गई। 150 से अधिक सरकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों ने भी रुपए एटीएम कार्ड जारी किए हैं। रूपे नई कार्ड भुगतान योजना है। इसका नाम दो शब्दों ‘रुपया’ और पेमेंट (भुगतान) से मिलकर रखा गया है।

सक्रिय रूपे कार्ड के धारक को व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा और स्थायी नि:शक्तता के मामले में एक लाख रुपए तक का बीमा संरक्षण भी मिलेगा। ऐसी सुविधाएं किसी भी अंतरराष्ट्रीय कार्ड योजना के पास नहीं है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 8, 2014, 20:48

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