प्रीपेड बिजली मीटर से बेहतर ढंग से होगा प्रबंधन

प्रीपेड बिजली मीटर से बेहतर ढंग से होगा प्रबंधन

नई दिल्ली : श्रीलंका के एक थिंक टैंक लिरनेशिया ने आज कहा कि भारत में प्रीपेड बिजली मीटर लगाने का उसी तरह का क्रांतिकारी बदलाव होगा जैसा बदलाव दूरसंचार क्षेत्र में प्रीपेड सेवाओं के संदर्भ में देखने को मिला है। लोग बिजली की खपत का प्रबंधन बेहतर ढंग से कर सकेंगे।

भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में बिजली तक पहुंच को लेकर किए गए सर्वेक्षण के तथ्यों पर चर्चा करते हुए लिरनेशिया ने कहा कि कम आय वाले अति लघु उद्यमियों को नया बिजली कनेक्शन लेने में दिक्कतें आती हैं।

लिरनेशिया की सह.संस्थापक अध्यक्ष हेलानी गलपाया ने यहां संवाददाताओं को बताया, भारत में छह प्रतिशत अति लघु उद्यमियों ने माना कि उनके पास अपने कारोबार के लिए अलग से बिजली कनेक्शन नहीं है क्योंकि उनके पास वाजिब दस्तावेज नहीं हैं। इसके परिणाम स्वरूप उन्होंने साझे में बिजली का कनेक्शन या अवैध रूप से अस्थायी कनेक्शन ले रखा है जिसके लिए उन्हें अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि प्रीपेड मीटरों का इस्तेमाल कर एवं प्राप्ति प्रक्रिया आसान कर यह मुद्दा हल किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, चूंकि बिजली खर्च का भुगतान पहले ही कर दिया जाता है, सेवा प्रदाता पर वित्तीय देनदारी का जोखिम नहीं होता और साथ ही मीटर रीडिंग के जरिए बिल जारी करने का खर्च भी बचाया जा सकता है।


(एजेंसी)

First Published: Tuesday, May 27, 2014, 22:01

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