Last Updated: Wednesday, December 18, 2013, 15:52
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने आज कहा कि कृषि उत्पादन व निर्यात बढ़ने तथा अटकी योजनाएं शुरू होने से चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में वृद्धि दर में सुधार की उम्मीद है।
आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने यहां मध्य तिमाही समीक्षा के बाद संवाददाताओं से कहा कि वह चालू वित्त वर्ष में पांच प्रतिशत की वृद्धि के अनुमान पर कायम हैं। जिसमें थोड़ा-बहुत घट बढ हो सकती है।
उन्होंने कहा, ‘दूसरी छमाही में वृद्धि पहली छमाही से बेहतर रहेगी। निश्चित तौर पर इसमें जिन कारकों की भूमिका होगी वे हैं कृषि, निर्यात और अटकी पड़ी योजनाओं का शुरू होना। हमें उम्मीद है कि ये चीजें लीक पर आएंगी। इससे वृद्धि और रझान में मदद मिलेगी।’
निवेश में बढ़ोतरी से इस वर्ष जुलाई से सितंबर की तिमाही के दौरान अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 4.8 प्रतिशत रही जो पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 4.4 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2013-14 की पहली छमाही में वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रही। चालू वित्त वर्ष में पांच प्रतिशत की वृद्धि दर प्राप्त करने के लिए दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत होनी चाहिए।
राजन ने कहा कि घरेलू खपत की मांग में कमी और ढीले-ढाले सेवा क्षेत्र से वृद्धि के मामले में मुश्किलें बरकरार रहने का संकेत मिलता है। राजन ने कहा, ‘चौथी तिमाही में सरकारी खर्च में कमी बजट के अनुमान के अनुरूप होने से भी यह मुश्किल बढ़ेगी। इस मामले में अटकी पड़ी योजनाओं विशेष तौर पर निवेश संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं को पुनर्जीवित करना महत्वपूर्ण होगा।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 18, 2013, 15:52