Last Updated: Tuesday, January 7, 2014, 23:01

मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक की एक समिति ने बैंकिंग ढांचे में आमूल चूल बदलाव का सुझाव देते हुए कहा है कि जनवरी 2016 तक हर नागरिकों का बैंक खाता होना चाहिए। समिति ने इस सिलसिले में कम आय वाले परिवारों के लिए विशेष बैंक स्थापित करने का सुझाव दिया है।
इसके साथ ही समिति ने यह भी सुझाव दिया है कि देश भर में कहीं भी 15 मिनट की दूरी पर पैसे निकालने, जमा करने तथा भुगतान की सुविधा होनी चाहिये। नचिकेत मोर की अध्यक्षता वाली छोटे कारोबारियों तथा कम आय वर्ग के परिवारों के लिए विस्तृत वित्तीय सेवाओं पर गठित समिति ने अपनी रपट में यह सुझाव दिया है।
मोर ने इस रपट में कहा है, `एक जनवरी 2016 तक 18 साल से अधिक आयु वाले हर नागरिक के पास एक व्यक्तिगत, पूर्ण सेवाओं वाला सुरक्षित इलेक्ट्रानिक बैंक खाता होना चाहिये।`
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने अपना पदभार ग्रहण करते ही आईसीआईसीआई बैंक के पूर्व कार्यकारी निदेशक नचिकेत मोर की अध्यक्षता में यह सुमिति गठित की थी। इसका उद्देश्य वित्तीय समावेशन को बढावा देने के उपाय सुझाना है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 7, 2014, 23:01