Last Updated: Monday, November 18, 2013, 18:51
.jpg)
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को कहा कि वह सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) को 5,000 करोड़ रुपये की तरलता सहायता देगा। यह सहायता सुस्त आर्थिक विकास के कारण उनके द्वारा महसूस की जा रही परेशानियों के मद्देनजर दी जाएगी। सहायता, स्माल इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) के द्वारा कर्ज के पुनर्वित्तीयन (रिफायनेंसिंग) के रूप में दी जाएगी।
आरबीआई ने एक बयान में कहा कि रिफायनेंसिंग, सिडबी द्वारा एमएसई को प्राप्तियों के वित्तीयन के लिए प्रत्यक्ष तरलता सहायता के लिए उपलब्ध होगी। यह कुछ चुने हुए मध्यस्थ जैसे बैंकों, गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और स्टेट फायनेंस कॉरपोरेशन (एसएफसी) द्वारा भी उपलब्ध होगा।
बयान में कहा गया कि पुनर्वित्तीयन 14 नवंबर 2013 या उसके बाद की तिथि को बकाए प्राप्तियों के लिए उपलब्ध होगा, जिसमें निर्यात प्राप्तियां भी शामिल होंगी। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 18:51