GOLD पर उंचे आयात शुल्क की समीक्षा मार्च अंत तक: चिदंबरम

GOLD पर उंचे आयात शुल्क की समीक्षा मार्च अंत तक: चिदंबरम

नई दिल्ली : सोने के उंचे आयात शुल्क को कम करने के लिये लगातार बढ़ते दबाव के बीच वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने आज कहा कि सोने के आयात शुल्क प्रतिबंधों की समीक्षा मार्च अंत तक की जायेगी। वित्त मंत्री ने आज यहां सीमा शुल्क दिवस पर कर अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि इस वित्तवर्ष की समाप्ति तक सोने के आयात पर लगे प्रतिबंधों में से कुछ पर हम गौर कर सकते हैं लेकिन यह हम तभी करेंगे जब हमें यह पक्का विश्वास हो जायेगा कि चालू खाते का घाटा पूरी तरह हमारे नियंत्रण में है।’’ सोने के आयात पर कड़े प्रतिबंधों के बाद सोने की तस्करी बढ़ने की बात को स्वीकार करते हुये चिदंबरम ने कहा कि चालू खाते के घाटे :कैड: पर अंकुश लगाने के लिये ये प्रतिबंध जरूरी हो गये थे। वर्ष 2012.13 में कैड 88.2 अरब डालर की रिकार्ड उंचाई तक पहुंच गया था।

बहरहाल, चालू वित्त वर्ष के दौरान कैड में उल्लेखनीय गिरावट आने की उम्मीद है और इसके घटकर 50 अरब डालर रह जाने की उम्मीद है। सोने का आयात पिछले साल मई में 162 टन की उंचाई पर पहुंच गया था लेकिन आयात प्रतिबंधों के बाद यह नवंबर में घटकर 19.3 टन रह गया। सरकार ने सोने के आयात पर शुल्क में लगातार तीन बार वृद्धि करते हुये इसे 4 से बढ़ाकर 10 प्रतिशत कर दिया।

रिजर्व बैंक ने भी सोने के आयात को स्वर्णाभूषणों के निर्यात से जोड़ दिया। बढ़ते कैड को काबू में लाने के लिये केन्द्रीय बैंक ने कुल आयातित सोने में से 20 प्रतिशत सोने के आभूषणों का निर्यात होने के बाद ही नये आयात की अनुमति देने का फैसला किया। वित्त सचिव सुमित बोस ने हालांकि, यह कहा कि दिसंबर में सोने का आयात नवंबर के मुकाबले थोड़ा अधिक रहा।

चिदंबरम ने कहा कि पिछले साल सोने पर आयात शुल्क बढ़ाये जाने के बाद से देश में हर महीने 1 से 3 टन सोने की तस्करी हो रही है। उन्होंने कहा ‘‘मुझे पता है कि सोने के तस्करी बढ़ी है .. लेकिन सोने के आयात पर प्रतिबंध बहुत जरूरी हो गया था, क्योंकि इनकी वजह से ही सोने का आयात कम हुआ है। सोने का आयात पिछले साल अप्रैल और मई में 300 टन से उपर निकल गया था।’’ सोने के आयात पर शुल्क कटौती की तेज होती मांग के बीच काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले सप्ताह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय को पत्र लिखकर रत्न एवं आभूषण निर्माताओं की मांग पर उचित कारवाई करने को कहा। आभूषण निर्माता सोने के आयात पर शुल्क कम करने और सोना आयात के लिये तय 80:20 के नियम में ढील दिये जाने की मांग कर रहे हैं।

देश के कुल आयात में कच्चे तेल के बाद सोने के आयात का सबसे बड़ा हिस्सा है। चिदंबरम ने कहा ‘‘सोने की तस्करी पर शिंकजा कसने में हो सकता है हमें कुछ नुकसान हुआ हो लेकिन दूसरी तरफ कैड नियंत्रण के मामले में हमें काफी कुछ प्राप्त हुआ है। मुद्रा में स्थिरता के साथ साथ हम भुगतान संतुलन को व्यवस्थित करने में भी कामयाब हुये हैं।’’ सरकार को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक कैड कम होकर 50 अरब डालर रह जायेगा। एक साल पहले 2012.13 में यह 88.2 अरब डालर पर पहुंच गया था। देश में विभिन्न स्रोतों से आने वाली विदेशी मुद्रा और देश से बाहर जाने वाली विदेशी मुद्रा के अंतर को चालू खाते का घाटा कहा जाता है। (एजेंसी)


First Published: Monday, January 27, 2014, 19:28

comments powered by Disqus