Last Updated: Tuesday, November 26, 2013, 17:58

नई दिल्ली : बाजार नियामक सेबी के साथ लंबे समय से विवाद में उलझे सहारा समूह ने मंगलवार को कहा कि वह बाजार नियामक को अपनी 20,000 करोड़ रुपए की संपत्तियायें के मालिकाना हक के नए दस्तावेज सौंपेगा।
सेबी को इससे पहले जो दस्तावेज सौंपे गये थे बाजार नियामक ने उन परिसंपत्तियों की कीमत को बढ़ाचढ़ाकर दिखाया गया बताया।
सहारा की तरफ से यह प्रस्ताव उच्चतम न्यायालय के पिछले सप्ताह के आदेश के बाद आया है जिसमें सहारा समूह को उसकी किसी भी संपत्ति को बेचने और सुब्रत राय व तीन अन्य शीर्ष कार्यकारियों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई। न्यायालय ने कहा कि उसकी अनुमति के बिना ऐसा कुछ नहीं किया जा सकेगा।
सहारा, हालांकि, सेबी के इस विचार से सहमत नहीं है कि उसने 20,000 करोड़ रुपए की जिन परिसंपत्तियों के पहले दस्तावेज सौंपे थे उनकी कीमत बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई थी।
समूह ने आज विभिन्न अखबारों में पेश सार्वजनिक सूचना में कहा कि वह इस मामले में और बहस करने की बजाय 20,000 करोड़ रुपए के दूसरी संपत्तियों से जुड़े मालिकाना हक के दस्तावेज सौंपेगा।
समूह ने कहा कि वह पिछले कई महीनों से सेबी से जुड़े मामले में उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन कर रहा है। समूह ने अपने जमाकर्ताओं, ग्राहकों और कारोबारी सहयोगियों को आश्वस्त किया कि वह इन चुनौतियों से सफलतापूर्वक उबर जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 26, 2013, 17:58