Last Updated: Sunday, April 27, 2014, 20:57
नई दिल्ली : आम चुनावों के बाद मजबूत और स्थिर सरकार बनने की उम्मीद से घरेलू शेयर बाजार के रिकार्ड स्तर पर पहुंचने के साथ निवेशकों ने 16 मई को चुनाव नतीजों से पहले अपने पोर्टफोलियो में ‘रक्षात्मक’ शेयरों को शामिल करना शुरू कर दिया है।
साथ ही बाजार नियामक सेबी, शेयर बाजार तथा बाजार मध्यस्थों ने चुनाव नतीजों वाले दिन या उसके आसपास बाजार में अचान किसी प्रकार के बड़े उतार-चढ़ाव से निपटने के लिये प्रणाली तथा ढांचागत सुविधा को दुरूस्त करने पर काम कर रहा है।
अधिकारियों के अनुसार सेबी की निगरानी में शेयर बाजारों में ‘नकली दबाव बना कर परीक्षण’ किया गया है ताकि यह देख जा सके कि बाजार अचानक होने वाली तेज घट बढ़ से निपटने को कितना तैयार है। वर्ष 2009 में 18 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे वाले दिन बाजार में इतनी तेजी आयी थी कि कारोबार को रोकना पड़ा था। इसी को ध्यान में रखकर यह तैयारी की जा रही है।
उस दिन को ‘मैजिक मंडे’ के नाम से जाना जाता है क्योंकि आम चुनावों के बाद निर्णायक नतीजे से प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में एक मिनट में 2,100 से अधिक की तेजी आयी थी। हालांकि उस दिन लाभ कुछ निवेशकों तक सीमित रहा क्योंकि कारोबार जारी नहीं रह सका। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 27, 2014, 20:57