Last Updated: Friday, May 30, 2014, 17:59
मुंबई : बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स शुरूआती बढ़त को बरकरार नहीं रख सका और अंत में 17 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। बैंक तथा उपभोक्ता टिकाऊ सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में नुकसान से बाजार में गिरावट दर्ज की गयी। जनवरी के बाद बाजार के लिये यह सबसे खराब सप्ताह रहा।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 प्रमुख शेयरों पर आधारित सेंसेक्स कल के बंद स्तर के मुकाबले मजबूती के साथ खुला और कारोबार के दौरान 24,353.59 अंक तक चला गया। हालांकि यह शुरूआती बढ़त को थाम नहीं सका और 16.81 अंक या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,217.34 अंक पर बंद हुआ। कल इसमें 322 अंक की गिरावट दर्ज की गयी थी।
50 शेयरों वाला नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 5.70 अंक या 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,229.95 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 7,118.45 तथा 7,272.50 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स में शामिल 14 शेयर नुकसान में रहे। इसमें एसबीआई, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, मारति सुजुकी, टाटा मोटर्स तथा टीसीएस शामिल हैं।
वहीं दूसरी तरफ हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल, सिप्ला, डॉ. रेड्डी, सन फार्मा तथा एनटीपीसी समेत 16 लाभ में रहे। सप्ताह के दौरान सेंसेक्स 476.09 अंक नीचे आया। 31 जनवरी 2014 के बाद यह सबसे बड़ी गिरावट है। उस समय इसमें 619.71 अंक की गिरावट दर्ज की गयी थी।
सकल घरेलू उत्पाद के आंकड़ा आज शाम आने से पहले तथा अगले सप्ताह रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पूर्व मुनाफावसूली के कारण बाजार में गिरावट दर्ज की गयी। रिजर्व बैंक की तीन जून को मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयर दबाव में रहे। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 30, 2014, 17:59