Last Updated: Sunday, April 13, 2014, 17:46
मुंबई : दूरसंचार कंपनियां अपने नेटवर्क के विकेंद्रीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि दूरसंचार कंपनियां दूसरी व तीसरी श्रेणी के शहरों में उपभोक्ता केंद्र डेस्क स्थापित कर रही हैं। ऐसे में ग्रामीण इलाकों के दूरसंचार क्षेत्र में नियुक्तियों में 20 प्रतिशत का इजाफा होगा।
कार्यकारी खोज कंपनी ग्लोबलहंट के प्रबंध निदेशक सुनील गोयल ने कहा, टियर दो और टियर तीन शहर प्रतिभाओं को बेहद कम कीमत पर नियुक्त करने की व्यवहार्यता उपलब्ध कराते हैं और इन शहरों को प्रतिभाओं को रोकना भी आसान होता है। हालांकि, इन क्षेत्रांे में तैयार प्रतिभा उपलब्ध नहीं है, लेकिन उन्हंे जरूरत के अनुरूप प्रशिक्षित करना मुश्किल नहीं है। ऐसे में इन क्षेत्रों में नियुक्तियां बढ़ेंगी। पिछले साल की तुलना में नियुक्तियों में 15 से 20 फीसद का इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा इससे कंपनी को सालाना आधार पर वेतनवृद्धि में कम खर्च करना पड़ता है। साथ ही बुनियादी ढांचा भी कम लागत पर उपलब्ध होता है। महानगरों में कर्मचारी को कंपनी में बनाए रखना भी किसी चुनौती से कम नहीं होता। उन्होंने कहा कि इससे कंपनियों को नियुक्ति, प्रशिक्षण व कर्मचारियों के विकास पर किए गए खर्च का नुकसान होता है।
इसी तरह की राय जाहिर करते हुए एक अन्य उद्योग विशेषज्ञ ने कहा कि दूसरी व तीसरी श्रेणी के शहरों में दक्ष पेशेवरों की जरूरत में हाल में काफी इजाफा देखने को मिला है। रैंडस्टैड इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मूर्ति के उप्पालूरी ने कहा कि शहरी बाजार खंड में ओवरहीटिंग की वजह से दूरसंचार कंपनियां पिछले कुछ साल से अग्रसारी तरीके से बुनियादी ढांचे के निर्माण में जुटी हैं, जिससे अपने उपभोक्ताओं का आधार बढ़ा सकें। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 13, 2014, 17:46