Last Updated: Tuesday, February 11, 2014, 19:40

नई दिल्ली : 2जी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी मंगलवार को आठवें दिन में प्रवेश कर गई और नीलामी के 53 दौर पूरे हो चुके हैं। अब तक इसमें 2010 में 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी की राशि के करीब 86 फीसद के बराबर की बोलियां अभी तक मिल चुकी हैं।
सोमवार को 900 मेगाहट्र्ज व 1800 मेगाहट्र्ज बैंड की स्पेक्ट्रम पूरी होने तक सरकार को 58,332 करोड़ रुपए की बोलियां मिली थीं। यह 2010 में 3जी स्पेक्ट्रम की बिक्री से हासिल राशि का 86 प्रतिशत बैठता है। 2010 में 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से सरकार को 67,718.95 करोड़ रुपए प्राप्त हुए थे।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार आठवें दिन में स्पेक्ट्रम नीलामी के 53 दौर पूरे हो चुके हैं। आज सुबह नीलामी 50वें दौर के साथ फिर शुरू हुई। 1800 मेगाहट्र्ज में 34,743.2 करोड़ रुपए व 900 मेगाहट्र्ज बैंड में 23,589.62 करोड़ रुपए की बोलियां मिली हैं। यदि स्पेक्ट्रम जीतने वाली कंपनियां किस्तों में भी भुगतान का फैसला करती हैं, तो सरकार को चालू वित्त वर्ष में कम से कम 17,362.66 करोड़ रुपए मिलेंगे।
स्पेक्ट्रम जीतने वाली कंपनियां कुछ राशि का अग्रिम भुगतान कर शेष 10 साल की किस्तों में चुका सकती हैं। सोमवार तक दिल्ली में 900 मेगाहट्र्ज का दाम 3जी के मूल्य की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़कर 3,704.8 करोड़ रुपए प्रति 5 मेगाहट्र्ज हो चुका था। कोलकाता में यह 78 प्रतिशत बढ़कर 973.15 करोड़ रुपए हो चुका था। हालांकि मुंबई में यह 2,815.45 करोड़ रुपए पर 3जी के मूल्य से करीब 14 प्रतिशत कम था।
सरकार ने 1800 मेगाहट्र्ज बैंड में 385 मेगाहट्र्ज व 900 मेगाहट्र्ज बैंड में 46 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रखा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 11, 2014, 19:40