Last Updated: Monday, December 9, 2013, 19:44
नई दिल्ली : इलाज के मानक तरीकों के न होने के कारण किसी इलाज के खर्च में समानता नहीं होती है इसलिए सस्ती बीमा पालिसी बनाने की जरूरत है। यह बात बीमा नियामक इरडा के एक सदस्य ने आज यहां कही। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकार (इरडा) के सदस्य एम रामप्रसाद ने कहा, हमारे पास इस क्षेत्रों में काम करने के लिए उचित बीमा उत्पाद होने चाहिए जो ग्राहकों के लिए सस्ते हों और सेवा प्रदाता कंपनियों के लिए लाभप्रद हों। उन्होंने इसके लिए विभिन्न बीमारियों के इलाज के मानक प्रोटोकोल बनाने पर बल दिया।
उन्होंने सीआईआई के स्वास्थ्य बीमा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा (यूएचसी) के प्रसार के लिए विभिनन बीमारियों के इलाज और खर्च के लिए मान नियमों की जरूरत है। रामप्रसाद ने कहा कि नियामक इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार कर रहा है और सर्वश्रेष्ठ ढांचा तैयार करने के लिए सभी संबद्ध पक्षों का शामिल होना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि पालिसी और कवरेज की दृष्टि से भारत में पिछले 10 साल में स्वास्थ्य बीमा कारोबार की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। लेकिन चुनौतियों का समाधान समयबद्ध तरीके से करने की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 9, 2013, 19:44