Last Updated: Monday, April 7, 2014, 12:59

नई दिल्ली : सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज 3.2 अरब अमेरिकी डालर में संकटग्रस्त दवा कंपनी रेनबैक्सी लैबोरेटरीज की पूरी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
सन फार्मास्युटिकल्स एवं रेनबैक्सी ने एक बयान में बताया कि सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड एवं रैनबैक्सी लैबोरेटरीज ने सोमवार को निश्चित समझौता किया है, जिसके अनुसार सन फार्मा, रेनबैक्सी की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
इस समझौते के तहत रेनबैक्सी के प्रत्येक शेयरधारक को एक शेयर के बदले में सन फार्मा के 0.8 शेयर हासिल होंगे। इस सौदे की राशि 3.2 अरब अमेरिकी डालर के करीब रहने का अनुमान है।
कंपनी ने विज्ञप्ति में कहा गया है कि तय अनुपात के अनुसार रेनबैक्सी के प्रत्येक शेयर का मूल्य 457 रुपये बनता है। यह इस शेयर के पिछले तीस दिन के औसत मूल्य के 18 प्रतिशत और 60 दिन के औसत मूल्य से 24.3 प्रतिशत पहुंचा है। इस विलय के बाद नयी कंपनी विशिष्ट जेनरिक दवाओं का कारोबार करने वाली दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी और भारत की सबसे बड़ी कंपनी हो जाएगी। इसका कारोबार 65 देशों में फैला होगा और इसके पांच महाद्वीपों में 47 कारखाने होंगे। इनमें 629 एएनडीए (औषधीय यौगिकों) सहित तमाम तरह की जेनरिक दवाएं बनती हैं।
एक मोटे अनुमान के अनुसार 31 दिसंबर 2013 को समाप्त वर्ष में इस कंपनी का कुल कारोबारी राजस्व 4.2 अरब डालर और कर पूर्व लाभ 1.2 अरब डालर के करीब होगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, April 7, 2014, 10:11