अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक बड़ी चुनौती: जेटली

अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक बड़ी चुनौती: जेटली

अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना एक बड़ी चुनौती: जेटलीअमृतसर : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि केन्द में बनने वाली अगली सरकार के सामने अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाना एक सबसे बड़ी चुनौती होगी।

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मामले में उन्होंने कहा कि क्षेत्र विशेष की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही सावधानी बरतते हुए इसकी अनुमति देनी चाहिए।

अमृतसर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार जेटली ने अपनी ब्लॉग में लिखा, ‘‘संप्रग सरकार जब सत्ता में आई थी तो उसे 8.5 प्रतिशत वृद्धि विरासत में मिली थी। लेकिन वह 4.5 प्रतिशत से कुछ अधिक की वृद्धि दर छोड़कर जा रही है। अर्थव्यवस्था में सुधार और आर्थिक गतिविधियों के विस्तार के लिए निवेश की जरूरत पड़ती है। यह निवेश घरेलू और विदेशी दोनों तरह का होना चाहिए।’’

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यह अतिरिक्त संसाधन के तौर पर है। ढांचागत सुविधाओं के क्षेत्र जहां घरेलू संसाधन अपर्याप्त हैं, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस लिहाज से एफडीआई के मामले में प्रत्येक क्षेत्र की जरूरतों पर विचार करते हुए ही एफडीआई की अनुमति दी जानी चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा विभिन्न क्षेत्रों में एफडीआई को प्रोत्साहन देगी, लेकिन वर्तमान में वह बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में इसका विरोध कर रही है। ‘‘कृषि के बाद असंगठित खुदरा क्षेत्र देश में रोजी रोजगार देने वाला सबसे बड़ा क्षेत्र है। देश में इस समय चार करोड़ छोटे खुदरा विक्रेता है जो कि देश की कुल आबादी के छठे हिस्से को सहारा देते हैं। प्रमुख बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा यहां बहुब्रांड खुदरा स्टोर खोले जाने से बड़े पैमाने पर खुदरा क्षेत्र में रोजगार खत्म होंगे।’’

जेटली ने कहा, ‘‘बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई से हमारे विनिर्माण प्रतिष्ठानों को नुकसान होगा, क्योंकि विश्वस्तरीय बड़े स्टोर दुनिया में कहीं से भी उत्पादों की खरीदारी कर सकते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘विदेशी कंपनियों के स्टोर भारत में चीन का सामान बेचेंगे, यह देश के लिए नुकसानदायक होगा।’’ जेटली ने कहा कि छोटे खुदरा विक्रेताओं के समाप्त हो जाने से उपभोक्ता के समक्ष ज्यादा विकल्प भी उपलब्ध नहीं होंगे। छोटे कारोबारी के समाप्त होने का सीध लाभ बहुब्रांड खुदरा कंपनियों को मिलेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘अमृतसर जेसे शहर में जहां जनता जीवनयापन के लिए व्यापार पर काफी कुछ निर्भर है, थोड़े बहुत बहुब्रांड खुदरा स्टोर ही व्यापारिक समुदाय के लिये परेशानी बन सकते हैं।’ (एजेंसी)

First Published: Tuesday, April 8, 2014, 18:12

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