Last Updated: Saturday, February 22, 2014, 23:55

नई दिल्ली : दूरसंचार नियामक ट्राई ने शनिवार को 2,685 करोड़ रुपए प्रति मेगाहर्ट्ज के आरक्षित मूल्य पर सीडीएमए स्पेक्ट्रम नीलामी की सिफारिश की है। यह मूल्य अखिल-भारतीय स्तर के सीडीएमए स्पेक्ट्रम के पिछले आधार मूल्य से करीब 50 प्रतिशत ऊंचा है।
सरकार और नियामक के बीच कई दौर की बातचीत के बाद यह सिफारिश आई है। नियामक ने इससे पहले सुझाव दिया था कि सीडीएमए परिचालकों और 4जी सेवाओं में उपयोग होने वाले 800 मेगाहर्ट्ज बैंड की नीलामी नहीं की जानी चाहिए।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार ने 800 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए आरक्षित मूल्य संबंधी सिफारिश में कहा ‘‘प्राधिकार ने सिफारिश की है कि 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की आगामी नीलामी के लिए आरक्षित मूल्य औसत मूल्यांकन के 80 प्रतिशत पर तय किया जाना चाहिए।’’
नियामक ने 2,685 करोड़ रुपए के आरक्षित मूल्य की सिफारिश की है जबकि इससे पहले मार्च 2013 में नीलामी के लिए करीब 1,800 करोड़ रुपए का मूल्य तय किया गया था। सीडीएमए स्पेक्ट्रम के लिए आखिरी आरक्षित मूल्य उस वक्त जीएसएम के 1800 मेगाहर्ट्ज के लिए तय न्यनूतम मूल्य से करीब 33 प्रतिशत कम था।
ट्राई ने यह भी शर्त लगाई कि सरकार को नीलामी से पहले पांच मेगाहर्ट्ज के ब्लॉक बनाने चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 22, 2014, 23:55