ओबामा का एशिया से आर्थिक रिश्तों पर रहेगा जोर

ओबामा का एशिया से आर्थिक रिश्तों पर रहेगा जोर

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की अगले सप्ताह होने वाली एशियाई देशों की यात्रा के दौरान आर्थिक रिश्तों पर जोर रहेगा। यात्रा का मकसद नये बाजारों तक पहुंच बनाने, निर्यात संवर्धन, सुरक्षा हितों की रक्षा और इन देशों के साथ रिश्तों को मजबूत बनाना शामिल है। एक शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने यह बात कही।

अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, सूजन राइस ने व्हाइट हाउस में आयोजित संवाददता सम्मेलन में पत्रकारों से कहा, अगले पांच साल के दौरान आधे से अधिक वृद्धि अमेरिका से बाहर एशियाई देशों में होने की उम्मीद है। यह वह क्षेत्र है जहां अमेरिका के कई महत्वपूर्ण सहयोगी देश हैं, विकासशील और उभरती शक्तियां इनमें हैं। इसलिये चाहे नये बाजार तक पहुंच सुनिश्चित करने का मामला हो, निर्यात संवर्धन की बात हो, हमारे सुरक्षा हितों की रक्षा का मुद्दा हो अथवा पुराने रिश्तों और मूल्यों की मजबूती की बात हो एशियाई देश हमारी शीर्ष प्राथमिकता में हैं।

राष्ट्रपति ओबामा अगले सप्ताह से एशिया की यात्रा पर होंगे। वह मलेशिया, फिलिपींस, जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा करेंगे, जो कि अमेरिका की प्रमुख प्राथमिकताओं में शामिल हैं। ओबामा की एशियाई देशों की यह पांचवीं यात्रा होगी।
राइस ने कहा, ओबामा की एशियाई देशों की दूसरी यात्राओं से हटकर इस बार की यात्रा में बड़े बड़े शिखर सम्मेलन नहीं होंगे। प्रत्येक देश में एजेंडा पूरी तरह से द्विपक्षीय संबंधों को नई उर्जा देने और एशियाई क्षेत्र की रणनीति के विभिन्न तत्वों को आगे बढ़ाने पर केन्द्रित होगा। राइस ने कहा, क्षेत्र में जारी तनाव के बीच, विशेषकर उत्तरी कोरिया और क्षेत्रीय विवाद के बीच ओबामा की इस यात्रा से इस क्षेत्र में नियम आधारित व्यवस्था के लिये अमेरिका की प्रतिबद्धता को एक बार फिर अवसर मिलेगा।

ओबामा सबसे पहले जापान जायेंगे, दउसके बाद दक्षिण कोरिया, मलेशिया और फिलिपींस पहुंचेंगे। यात्रा के दौरान ओबामा अपनी हाल में हेग में हुई जापान और कोरिया के साथ त्रिपक्षीय बैठक की प्रगति को भी अद्यतन करेंगे।

(एजेंसी)

First Published: Saturday, April 19, 2014, 20:01

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