Last Updated: Thursday, February 6, 2014, 14:02
नई दिल्ली : उद्योग जगत के अनुमानों के अनुसार कार रेसिंग, शूटिंग और दूसरी तरह के वीडियो गेमिंग में लोगों, खास कर बच्चों की बढ़ती रचि और इंटरनेट सेवाओं में सुधार एवं मोबाइल एवं कंप्यूटर के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुये वर्ष 2020 तक देश में वीडियो गेमिंग कारोबार 25-30 अरब डालर तक पहुंच जाने की संभावना है।
वीडियो गेमिंग कंपनी नॉडविन के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अक्षत राठी ने बताया कि फिलहाल देश में वीडियो गेमिंग कारोबार 2 से 3 अरब डालर का है, जो प्रतिवर्ष 60 से 70 फीसद की रफ्तार से बढ़ रहा है। वीडियो गेमिंग कारोबार में मोबाइल खंड का कुल योगदान करीब 80 फीसद है। जबकि सोनी, नोकिया जैसे प्लेस्टेशन की भागीदारी 10 से 15 प्रतिशत और पीसी खंड की भागीदारी 15 से 20 प्रतिशत है।
राठी ने बताया कि स्मार्टफोन आने के बाद से वीडियो गेमिंग के परिदृश्य में बदलाव आया है और अब लोग पहले से अधिक वीडियो गेम खेलने लगे हैं। 3जी सेवा शुरू होने और स्मार्टफोन की तकनीक अधिक उन्नत होने पर इसमें और अधिक तेजी आने की संभावना है। राठी ने बताया कि देश में वीडियो गेमिंग कारोबार करने वाली करीब 26 कंपनियां हैं। इन्हें एक संगठन में जुड़ने के लिए 26 फरवरी को बेंगलूर में एक बैठक आयोजित की गई है। कुल 21 कंपनियों ने बैठक में आने की मंजूरी दी है।
2013 के ईएसडब्लयूसी में भारत को पूरी दुनिया में 24वीं रैंकिंग मिली थी, जबकि उससे पहले वीडियो गेमिंग में भारत की रैंकिंग 155वीं थी। कोरिया में आठ टीवी चैनल चौबीस घंटे सातो दिन वीडियो गेमिंग संबंधी कार्यक्रमों का प्रसारण करते हैं और पूरी तरह से वीडियो गेमिंग पर केन्द्रित हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 6, 2014, 14:02