Last Updated: Sunday, October 27, 2013, 20:32

वॉशिंगटन-नई दिल्ली : खुदरा क्षेत्र की वैश्विक कंपनी वॉलमार्ट ने भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) से संबंधित मुद्दों पर अमेरिकी सांसदों के बीच लॉबिंग गतिविधियां फिर से शुरू कर दी है। बीती तिमाही के दौरान कंपनी ने भारतीय बाजार सहित करीब 50 मुद्दों पर लाबिंक के लिए 15 लाख डॉलर खर्च किए हैं।
अमेरिकी सीनेट के समक्ष सांसदों के बीच कंपनी की ओर से लॉबिंग के बारे में प्रस्तुत ताजा रपट के अनुसार, ‘‘वॉलमार्ट की ओर से पंजीकृत लॉबिस्ट ने 2013 की तीसरी तिमाही के दौरान भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मुद्दे सहित व्यापार के क्षेत्र के 10 मुद्दों पर लॉबिंग की।’’ कुल मिलाकर वॉलमार्ट के लॉबिस्ट ने कुल मिलाकर 50 मुद्दों पर अमेरिकी सांसदों के साथ विचार-विमर्श किया। 19 पृष्ठ की खुलासा रपट के अनुसार समीक्षाधीन अवधि में लॉबिंग गतिविधियों पर कुल मिलाकर 15 लाख डॉलर की राशि खर्च की गई।
वॉलमार्ट की ओर से लॉबिंग के तहत सीनेट, प्रतिनिधि सभा, विदेश विभाग, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा, अंतरराष्ट्रीय विकास पर अमेरिकी एजेंसी तथा श्रम विभाग के सदस्यों या प्रतिनिधियों के साथ सम्पर्क किया गया। अमेरिकी कांग्रेस के रिकार्ड के अनुसार वॉलमार्ट ने इससे पिछली तिमाही में अमेरिकी सांसदों तथा संघीय एजेंसियों के बीच भारत संबंधित मुद्दों पर लॉबिंग गतिविधियां रोक दी थीं। उससे पिछले पांच साल तक कंपनी भारत के खुदरा बाजार में प्रवेश के लिए लॉबिंग करती रही थी।
अमेरिका में लॉबिंग को कानूनी मान्यता है, लेकिल कंपनियों तथा पंजीकृत लॉबिस्ट को प्रत्येक तिमाही में इस विस्तृत खुलासा करना होता है।
वॉलमार्ट लगातार कहती रही है कि उसने अमेरिकी नियमों के अनुसार सभी लॉबिंग गतिविधियों का खुलासा कर दिया है और उसने इस मामले में किसी तरह भारतीय नियमनों का उल्लंघन नहीं किया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 27, 2013, 20:32