Last Updated: Saturday, October 5, 2013, 14:39

बेंगलुरू : केंद्रीय वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि सरकार चालू खाते का घाटा इस वित्त वर्ष में 70 अरब डॉलर से नीचे रखने में कामयाब रहेगी क्योंकि सरकार के पास इस ‘दबाव के दौर’ से पार पाने की क्षमता है।
यहां स्टेट बैंक आफ मैसूर के एक कार्यक्रम के मौके पर उन्होंने कहा, ‘पिछले साल, मुझे पंडितों, विश्लेषकों और रेटिंग एजेंसियों द्वारा बताया गया था और प्रतिदिन टीवी पर दिखाई देने वाले सभी प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि हम राजकोषीय घाटे पर काबू नहीं पा सकते।’
उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हम इसे काबू में रखने में कामयाब रहे। हमें बताया गया कि सरकार चालू खाते के घाटे पर अंकुश नहीं लगा सकती। मैंने पिछले साल कहा था कि हमारा घाटा 88 अरब डॉलर था, इस साल मैं बाजी लगा रहा हूं कि यह 70 अरब डॉलर रहेगा और मैं इसे 70 अरब डॉलर से नीचे रखूंगा।’
चिदंबरम ने कहा, ‘सच कहूं तो मैं उन्हें फिर से आश्चर्य में डाल दूंगा। हम इसे 70 अरब डॉलर से नीचे रखेंगे। मैं ऐसा इसलिए कह सकता हूं क्योंकि हमारे वरिष्ठ अर्थशास्त्रियों एवं प्रशासकों के पास बौद्धिक क्षमता है। हमारे पास संस्थागत क्षमता है और इन सबसे ऊपर हमारे पास हमारे अपने लोग हैं जो हमें इस दबाव से पार पाने का विश्वास देते हैं।’
चिदंबरम ने कहा, ‘हमारे लोग बचत करते हैं जो हमारे लिए सबसे बड़ी संपत्ति है। दुनिया में इतनी अधिक बचत कोई नहीं करता जितनी बचत हमारे लोग करते हैं। सबसे खराब दौर में भी हमारी बचत का अनुपात 30 प्रतिशत से नीचे नहीं गया।’
लोगों से भरोसा रखने का आह्वान करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘इस साल हमारी वृद्धि दर पिछले साल से बेहतर रहेगी और अगले साल हम 6-7 प्रतिशत की वृद्धि दर के करीब होंगे और इसके बाद के सालों में हम 8 प्रतिशत की वास्तविक वृद्धि दर हासिल करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘कल ही गवर्नर (आरबीआई के) ने कहा था कि उनके पास एफसीएनआरबी खाते में 5.6 अरब डॉलर है। इसलिए, मुझे विश्वास है और मैं यह विश्वास आपके साथ साझा करना चाहता हूं।’ (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 5, 2013, 14:39