Last Updated: Wednesday, January 15, 2014, 14:31

वाशिंगटन : विश्वबैंक ने 20141-15 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान व्यक्त किया है। विश्वबैंक ने कहा कि वैश्विक मांग में सुधार और घरेलू निवेश बढ़ने से 2016-17 में भारत की वृद्धि दर 7.1 प्रतिशत पहुंच जाएगी। विश्वबैंक ने चीन में 2014 में वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रहने और अगले दो साल में यह घटकर 7.5 प्रतिशत पर आने का अनुमान जताया है।
विश्वबैंक ने अपनी वैश्विक आर्थिक परिदृश्य रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक जीडीपी वृद्धि दर इस साल सुधरकर 3.2 प्रतिशत पहुंच सकती है जो 2013 में 2.4 प्रतिशत थी और 2015 व 2016 में इसके क्रमश: 3.4 व 3.5 प्रतिशत रहने की संभावना है। रिपोर्ट के मुताबिक, विकासशील देशों में वृद्धि दर सुधरने और अधिक आय वाली अर्थव्यवस्थाओं के नरमी के दौर से उबरने के साथ इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था के मजबूत होने का अनुमान है।
विश्वबैंक समूह के अध्यक्ष जिम योंग किम ने कहा, अधिक आय वाले एवं विकासशील देशों में वृद्धि दर में मजबूती दिखाई दे रही है, लेकिन गिरावट का जोखिम वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के रास्ते एक खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा, विकसित देशों के निष्पादन में तेजी आ रही है और इसे आने वाले महीनों में विकासशील देशों में मजबूत वृद्धि दर से सहयोग मिलना चाहिए। गरीबी घटाने के लिए विकासशील देशों को अब भी ढांचागत सुधार करने की जरूरत है जिससे रोजगार सृजन को प्रोत्साहन मिले, वित्तीय प्रणाली मजबूत हो और सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़े। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 15, 2014, 14:31