इंटरनेट और आपके बच्चे

Last Updated: Saturday, April 7, 2012, 07:13

यूं तो अपने शहर से सभी को लगाव होता है। जो इंसान जहां रह कर पला-बढ़ा होता है, उसे वहीं की मिट्टी से प्यार होना स्वाभाविक बात है। ठीक इसी तरह मुझे भी मेंरे प्रदेश भोपाल से प्यार है। हालांकि यह बात अलग है, कि जबसे मैंने अपना देश छोड़ा है, तब से मुझे पूरे देश से ही प्यार हो गया है।

कहां ले जाएगी ये बोल्डनेस...

Last Updated: Thursday, April 5, 2012, 08:42

देश में मल्टीप्लेक्स सिनेमा के जड़ें जमाने के बाद रियलिस्ट फिल्में बनाने की होड़ सी लग गई है।

पेन फ्रेंड से चैट बॉक्स तक

Last Updated: Tuesday, April 3, 2012, 17:30

पूरी दुनिया से जुड़ने और समाचार जानने के आज तो हमारे पास ढेरों साधन मौजूद हैं। अखबार, रेडियो, टेलीविजन और इण्टरनेट। इसी तरह व्यक्तिगत तौर पर एक दूसरे के समाचार जानने के भी आज कई साधन और विकल्प हमारे पास हैं। टेलिफ़ोन, मोबाइल फ़ोन, एस एम एस, नेट चैटिंग। बस मोबाइल पर उंगलियां घुमाइये और सैकड़ों,हजारों मील दूर बैठे अपने किसी भी दोस्त, रिश्तेदार से बात कर लीजिये।

यहां अकेले रहते हैं भगवान राम

Last Updated: Saturday, March 31, 2012, 13:30

श्रीराम की भक्ति से ओतप्रोत लता मंगेशकर का ये भजन -श्रीराम चंद्र कृपालु भज मन हरण भवभय दारूणम के सुर श्रद्धालुओं को भाव-विह्वल कर रहे हैं।

गरीबी के मानक और विडंबना

Last Updated: Friday, March 30, 2012, 17:36

यह अजीब विडंबना है कि महंगाई जहां सुरसा की तरह मुंह फैलाए दिनोंदिन बढ़ती जा रही है, वहीं गरीबी के मानक को घटाया जा रहा है। जाहिर सी बात है कि इन हालातों में गरीब अपनी गरीबी को कहां और कैसे बयां करें, खासकर उस हालात में जब गरीबी के ऐसे ‘निराशाजनक एवं अन्‍यायपूर्ण’ मानक तय होते हैं।

देश डूबता है तो डूबे...

Last Updated: Thursday, March 29, 2012, 02:58

भारतीय राजनीति के लिहाज से साल 2012 काफी उथल-पुथल भरा साबित हो रहा है। देश की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी लगातार अपनी साख को खोती जा रही है। हालांकि भाजपा और वामपंथी दल भी कोई तीर नहीं मार रहे हैं, लेकिन कांग्रेस को लेकर देश सशंकित इसलिए है क्योंकि देश में कांग्रेस नीत यूपीए की सरकार है और इस नाते कांग्रेस पार्टी की भूमिका अहम है।

राज्यसभा बिकाऊ क्यों है

Last Updated: Tuesday, March 27, 2012, 13:31

असल में इस दौर में जिस तरह से संसदीय राजनीति में सत्ता के हर रंग को लोकतंत्र का रंग बना दिया गया है उसमें लोकतंत्र ही कैसे ठस हो गई है, यह राजयसभा की तस्वीर उभार देती है। पिछले साल राज्यसभा के कुल 245 सदस्यों में से 128 सदस्य उघोगपति, व्यापारी, बिल्डर या बिजनेसपर्सन रहे।

महानता का पैमाना महाशतक तो नहीं..

Last Updated: Monday, March 19, 2012, 12:04

अपने लाजवाब खेल से नाटे कद के सचिन ने खेल के आसमां में ‘पोल स्टार’ साबित हुए हैं, जिसे देखकर सब अपनी दिशा तय करते हैं।

फिर आओ प्यारी गौरैया

Last Updated: Tuesday, March 20, 2012, 02:30

आज कहां चली जा रही हैं ये गौरैया?हमारे आंगन, घरेलू बगीचे,रोशनदान,खपरैलों के कोनों को अचानक छोड़ क्यों रही हैं गौरैया?ऐसा क्या हो गया है हमारे चारों ओर कि हमें पूरी दुनिया में “विश्व गौरैया दिवस”मनाने की जरूरत पड़ गई?

सियासी दांवपेंच में माहिर ममता बनर्जी

Last Updated: Sunday, March 18, 2012, 11:32

ममता दी को जिस तरह बात-बात पर गुस्सा आता है, उस पर चुटकी ली जा रही है कि कहीं उनकी छवि राजनीति में वही तो नही बनती जा रही जैसी कि डौली बिंद्रा ने बिग बास में अपने लिए गढ़ी थी।