डॉन दाऊद इब्राहिम का नया ठिकाना । Don Dawood Ibrahim's new Location

डॉन दाऊद इब्राहिम का नया ठिकाना

डॉन दाऊद इब्राहिम का नया ठिकानाक्राइम रिपोर्टर/ज़ी मीडिया

जी हां, भारत के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम ने अपना ठिकाना बदल लिया है। उसके पाकिस्तानी आकाओं ने उसके लिए चुना है एक ऐसा ठिकाना जहां आसानी से न तो फौज पहुंच सकती है और न ही उन ठिकानों पर आसानी से आसमानी हमले किये जा सकते हैं।

कई सालों तक अमेरिका के मोस्ट वांटेड ओसामा बिन लादेन के लड़ाकों को शरण देने वाले इस पहाड़ी इलाके में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत के इस दुश्मन को पनाह दी है और इस पनाह तक आने या यहां से जाने के लिए इस इंटरनेशनल क्रिमिनल को एक हेलीकॉप्टर मिला हुआ है। दाऊद को मिला ये हेलीकॉप्टर पाकिस्तान में सरकार चला रही पाकिस्तान मुस्लीम लीग के एक आला नेता ने अपने निजी बेड़े से मुहैया कराया है।

दाऊद इब्राहिम के लिए ये चाक चौबंद इंतजाम सिर्फ इसलिए किए गए हैं ताकि किसी भी हालत में भारत के हाथ उसके गिरेबां तक न पहुंच जाएं और इसी इरादे को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।

भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद के खिलाफ बढ़ रही साझेदारी ने दाऊद के साथ ही आईएसआई को भी चौकन्ना कर दिया है. इसीलिए अब पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को तालिबान की मांद में डॉन का नया ठिकाना बनाना पड़ा है। दाऊद कहां है ये सवाल अक्सर उठता ही रहता है।

खुफिया एजेंसियां लंबे समय से दावा करती रही हैं कि दाऊद को पाकिस्तान में शरण मिली हुई है। खुफिया एजेंसियों के दावे के मुताबिक भारत से भागने के बाद दाऊद इब्राहीम पाकिस्तान में बीस साल से भी ज्यादा समय से छिपा हुआ है। पाकिस्तान पहुंचने के बाद उसने अपने पूरे कुनबे के साथ आईएसआई की निगहबानी में कई बार अपने ठिकाने भी बदले लेकिन उसका हर ठिकाना भारतीय खुफिया एजेंसियों की नजर में आ गया। दाऊद ने कराची में भी ऐशो आराम की जिंदगी लंबे समय तक काटी।

आईएसआई ने उसे इस दौरान पूरी सिक्योरिटी मुहैया कराई, लेकिन अब उसका ठिकाना बदल गया है। जी मीडिया के अखबार डीएनए में छपी एक खबर के मुताबिक भारतीय खुफिया एजेंसियों को इस बात की पक्की जानकारी मिली है कि आईएसआई ने दाऊद को अब एक नई और सुरक्षित जगह मुहैया करा दी है और ये जगह है पाकिस्तान के उत्तर पश्चिम सीमांत इलाके में बसे खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में। खुफिया विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक भौगोलिक रूप से काफी दुर्गम इस प्रांत की स्वात घाटी में दाऊद का नया ठिकाना बनाया गया है।

बताया जा रहा है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत और अमेरिका के बीच हाल के दिनों बढ़ी साझेदारी ने दाऊद के साथ ही उसके पाकिस्तानी आकाओं को भी चौकन्ना कर दिया है। आईएसआई के साथ ही खुद दाऊद को भी इस बात का डर है कि अमेरिका की मदद से भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पाकिस्तान में उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती हैं। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे भी दाऊद को पकड़ने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर साझा कार्रवाई करने का संकेत दिया था।

माना जा रहा है कि भारत सरकार की योजना की भनक लगते ही आईएसआई ने अपनी ओर से दाऊद की सुरक्षा की पूरी तैयारी शुरू कर दी है और इसीलिए स्वात घाटी को उसके नए ठिकाने के रूप में चुना गया है। आपको बता दें कि भौगोलिक विषमताओं के कारण स्वात घाटी में एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंच पाना काफी कठिन है। इसके साथ ही इस घाटी में ऐसी जगहों की भी भरमार है जहां आसमान से निशाना नहीं साधा जा सकता.यानी इस जगह पर वह पूरी तरह से महफूज है।

हैरानी की बात तो ये है कि आईएसआई ने दाऊद को सुरक्षित जगह तो मुहैया कराई ही है पाकिस्तान सरकार ने उसके सुरक्षित आवाजाही का भी इंतजाम किया है। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान मुस्लिम लीग के बड़े नेता ने दाऊद को अपना निजी हेलीकॉप्टर दे रखा है ताकि वो कहीं भी आसानी से आ जा सके। आईएसआई और पाकिस्तान सरकार की पनाह में महफूज़ ही नहीं बेखौफ भी है दाऊद अमेरिका और भारत से खुद को बचाने की, जितनी फिक्र डॉन को है उससे कहीं ज्यादा फिक्रमंद है आईएसआई। बड़ा सवाल तो ये है कि आखिर एक इंटरनेशनल क्रिमिनल को बचाने के लिए पाकिस्तान पूरी ताकत क्यों लगा रहा है? दाऊद को क्यों बचा रहा है पाकिस्तान? डॉन के लिए क्यों फिक्रमंद है आईएसआई?
इन सवालों का जवाब आईएसआई और पाकिस्तान की उस रणनीति में छिपा है, जिसके तहत वो हिंदुस्तान को कमजोर करने के लिए कुछ भी कर सकता है।

आतंकी संगठनों को आईएसआई जो फंड मुहैया कराती है उसका बड़ा हिस्सा दाऊद और उसके नेटवर्क से आता है। इस बात के सबूत पहले ही मिल चुके हैं और ये साफ हो चुका है कि दाऊद और आईएसआई के बीच का गठजोड़ बहुत पुराना है।
अगर दाऊद भारत या अमेरिका के हाथ लग गया तो पाकिस्तान के वो सारे राज सामने आ सकते हैं, जो अब तक दाऊद के सीने में दफन हैं। यही वजह है कि दाऊद को बचाना पाकिस्तान और आईएसआई की जरूरत ही नहीं, मजबूरी भी है.जबसे दाऊद को पकड़ने के लिए भारत अमेरिका के साझा अभियान की बात सामने आई है तभी से आईएसआई दाऊद की सुरक्षा को लेकर ज्यादा सतर्क हो गई है। पाकिस्तान ने दाऊद को स्वात घाटी में इसीलिए छिपाया है कि वो खुफिया एजेंसियों के रडार से पूरी तरह महफूज रहे। इतना ही नहीं, दाऊद के कम्युनिकेशन के लिए भी खास इंतजाम किया गया है।

First Published: Thursday, October 17, 2013, 00:12

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