Last Updated: Monday, October 28, 2013, 23:29
क्राइम रिपोर्टर/ज़ी मीडियाइंडियन मुजाहिदीन के दो टॉप आतंकी पटना ब्लास्ट के मास्टरमाइंड तहसीन उर्फ मोनू और आतंकी वकास दिल्ली एनसीआर में छिपे होने की खबर से पूरा खुफिया तंत्र अलर्ट हो गया है। दोनों की तलाश में कई राज्यों की टीम भी दिल्ली पहुंच चुकी है।
खबर है कि ये आतंकी अब दिल्ली में लिखना चाहते हैं आतंक की नई इबारत। आतंकियों के दिल्ली एनसीआर में छिपे होने की खबर से खुफिया एजेंसियां अचानक ही सतर्क हो गई हैं। खबर है कि इन दोनों आतंकियों दिल्ली-एनसीआर के किसी गुप्त ठिकाने पर पनाह ली है और इस सवाल से ज्यादा खतरनाक है इसका जवाब। खुफिया एजेंसियों के पास खबर है कि तहसीन और वकास दिल्ली में बैठकर किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में जुटे हैं।
दोनों आतंकियों को बेहद शातिर माना जाता है और ये दोनों आईएम के संस्थापक यासीन भटकल के काफी करीबी रह चुके हैं। माना जा रहा है कि आईएम के टॉप मोस्ट यासीन भटकल की गिरफ्तारी के बाद तहसीन और वकास खुद को उसका वारिस साबित करना चाहते हैं, ताकि आईएम की कमान अब उनके हाथ में आ जाए। तहसीन और वकास की दिल्ली में मौजूदगी के खतरे से जांच एजेंसियां भी अनजान नहीं है। खबर है इन दोनों आतंकियों पर शिकंजा कसने के लिए मुंबई एटीएस की एक टीम ने दिल्ली में डेरा डाल रखा है। इसके साथ ही बिहार से भी एक टीम के दिल्ली पहुंचने की खबर है। जब तक ये दोनों एटीएस के शिकंज में नहीं फंसते तब तक दिल्ली पर बड़ा खतरा बरकरार रहेगा, क्योंकि ये दोनों ना सिर्फ बदलती तकनीक से वाकिफ हैं, बल्कि अपनी साजिश को फूल प्रूफ तरीके से अंजाम देने में भी माहिर हैं।
खतरा सिर्फ दिल्ली पर नहीं, पूरे देश पर है। खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हिंदुस्तान में अपना नेटवर्क बढ़ाने के लिए IM को विस्फोटक नक्सलियों के गढ़ लातेहार से मिले। जी हां, खुफिया एजेंसियों को इस बात का क्लू मिला है कि पटना में धमाके की साजिश को अंजाम देने के लिए आतंकियों के पास झारखंड के लातेहार से जरूरी सामान उपलब्ध कराया गया था। आतंकियों के लिए ये सामान लातेहार तक कैसे आया फिलहाल इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है लेकिन माना जा रहा है कि आईएम को इस इलाके में एक्टिव नक्सली संगठनों से मदद मिली है।
जानकार सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई लंबे समय से आतंकियों और भारत में एक्टिव नक्सली संगठनों के बीच गठजोड़ कराने की फिराक में लगी रही है। इसी इरादे से पिछले दो सालों के दौरान आईएसआई ने अपने आतंकी संगठनों के जरिये नक्सली संगठनों तक अत्याधुनिक हथियार भी भिजवाये हैं बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा। इन चारों राज्यों में अपना स्लीपर सेल बनाने की तैयारी कर रही है ये स्लीपर सेल। जाहिर है कि ये खबर खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ाने वाली है क्योंकि अगर ये गठजोड़ कामयाब हो गया तो सुरक्षाबलों के लिए आतंकियों तक पहुंच पाना काफी मुश्किल हो जायेगा।
First Published: Monday, October 28, 2013, 23:25