Last Updated: Friday, December 20, 2013, 00:36
ज़ी मीडिया/क्राइम रिपोर्टर सात साल के साहिल के कत्ल से उसके घरवाले भी हैरान हैं ।गांव में उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं लेकिन साहिल की लाश जिस हालात में पड़ी मिली उसकी वजह से आशंका जताई जा रही है कि तंत्र साधना के लिए उसकी बलि दी गई। पुलिस फिलहाल इस संबंध में कुछ भी कहने से बच रही है। जम्मू के सतवारी इलाके में मातम पसरा हुआ है।
इस मातम के बीच सिर्फ साहिल के घरवालों के सिसकियों की आवाज सुनाई दे रही थी। उसके घरपर मोहल्ले के तमाम लोग जुटे हुए थे। हर कोई घरवालों को दिलासा देने की कोशिश कर रहा था। इसके बावजूद लोग रो रोकर हलकान हुए जा रहे थे। उन्हें पता है कि सबका दुलारा साहिल अब कभी भी लौटकर नहीं आएगा। कुछ बेदर्द कातिलों ने उसे मौत की नींद सुला दिया।
सात साल के मासूम साहिल की लाश खेत में पुआल के ढेर में पड़ी मिली थी। लाश की हालत बहुत खराब थी ।कातिलों ने बेदर्दी से उसका गला रेत डाला था। गला रेतने के बाद भी जब कातिलों का जी नहीं भरा तो उन्होंने धारदार हथियार से उसका पेट चीर डाला और एक आंख तक निकाल ली। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारों ने लाश को पुआल के ढेर पर डालने के बाद उसके ऊपर और पुआल डालकर उसे ढक दिया था जिससे कि लोग आसानी से साहिल की लाश को ढूंढ न पाएं।
दरअसल साहिल नाम का ये मासूम अपने कुछ दोस्तों के साथ मोमो खाने के लिए निकला था। दोस्तों के मुताबिक वे तो मोमो खाकर लौट गये लेकिन साहिल वहीं रुक गया। काफी देर तक जब वो घर नहीं लौटा तो घऱवालों ने उसकी हर जगह तलाश की लेकिन वो कहीं नहीं मिला। अगले दिन पुआल के ढ़ेर में पड़ी उसकी लाश मिली। लाश की स्थिति देखकर लोग उसकी बलि दिये जाने की आशंका जता रहे हैं। पुलिस भी इस एंगल को ध्यान में रखकर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है। हालांकि वो इसके बारे में खुलकर बोलने से बच रही है। साहिल के घरवालों की मांग है कि उनके बच्चे के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि फिर किसी मासूम को अकाल मौत का सामना न करना पड़े। फिलहाल पुलिस ने एक नाबालिग समेत दो लोगों को शक के आधार पर हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।
First Published: Friday, December 20, 2013, 00:36