Last Updated: Friday, November 22, 2013, 17:31
ज़ी मीडिया/क्राइम रिपोर्टर तरुण तेजपाल पर जिस प्रकार का आरोप लगा है वह निहायत ही निक्रिस्ट और निचले स्तर का है। ये वही तरुण तेजपाल हैं जो अपने खुलासों से तहलका मचाते रहे हैं, लेकिन अब जो तहलका उन्होंने मचाया है उससे न सिर्फ उनके अपितु उनके संस्थान पर भी काला धब्बा लग गया है। अपने दोस्त की बेटी के साथ शर्मनाक हरकत करने वाले तरुण को अपनी शर्मनाक हरकत पर शर्म आए या नहीं आए लेकिन यह सच है कि उन्होंने अपने तहलका से जो कुछ भी कमाया था उसे अब लुटा दिया है। शर्म आनी चाहिए उस तरुण को जिसने उस युवती के साथ शर्मनाक हरकत की जो उनके बेटी के उम्र की है,जिसके लिए तेजपाल पिता तुल्य थे, शर्म आनी चाहिए उस तहलका को जिसने इस घटना को मामूली समझा।
शर्म उस जावेद अख्तर को भी आनी चाहिए जिसने लड़की को ही चालाक बता दिया। क्या कोई कवि या शायर ह्रदय वाला ब्यक्ति नैतिक रूप से इतना खोखला हो सकता है यह बेहद चिंताजनक स्थिति है। जो कुछ भी सामने आया है उससे साफ हो गया है कि तहलका मचाना तरुण तेजपाल का शगल है। उनका मकसद समाज की बुराई को सामने लाना या फिर स्वस्थ समाज का निर्माण करना नहीं है।
उनका मकसद सिर्फ हंगामा खड़ा करना है। शायद तरुण इस छोटी सी बात को नहीं समझ सके कि दूसरों पर सवाल खड़ा करने मात्र से समाज और देश का भला होने वाला नहीं है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर तरुण ने ये सब किया ही क्यों, क्या ऐसा करते हुए तरुण को अपनी जिम्मेदारी और अपने पद की गरिमा का क्या तनिक भी ख्याल भी नहीं रहा?
लड़की ने जिस प्रकार का आरोप लगाया है उससे जाहिर होता है कि तेजपाल ने गम्भीर अपराध किया है। लेकिन अब तक कोई मामला दर्ज नहीं होना यह बताता है कि वह अपने रसूख का इस्तेमाल कर रहे हैं तेजपाल। तेजपाल के खिलाफ कडी कार्रवाई की मांग तेज हो रही है। लेकिन, मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने उनका बचाव किया है। जावेद ने ट्वीट किया `यह बेहद शर्म की बात है कि अच्छे मूल्यों वाले इस शख्स ने इस तरह का कृत्य किया है लेकिन उनके पास अपना गुनाह कबूल करने और अपने किए पर पछतावा करने का साहस भी है।` जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, `यह रेप या उत्पीड़न का मामला नहीं है। इस महिला की पहचान क्यों छिपाई जा रही है। महिला को प्रेस कांफ्रेंस बुलानी चाहिए और सच बताना चाहिए।` जावेद ने आरोप लगाने वाली महिला को `चतुर` करार दिया है।
तेजपाल द्वारा यौन शोषण किए जाने की बात कबूल किए जाने का मामला सार्वजनिक होने के बाद भाजपा ने भी इस मामले को गंभीरता से लिए जाने की अपील करते हुए कहा है कि यह कार्यस्थल पर महिला के यौन उत्पीड़न का मामला है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में आरोपी को `पेड हॉलीडे` पर भेजकर बचाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे इस बात से हैरानी हुई है कि केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा क्यों नहीं की?` बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने शायरना अंदाज में टिप्पणी की, `जमाना बड़े गौर से सुन रहा था, तुम्ही फंस गए दास्तां कहते कहते। जाहिर है कि तेजपाल ने शर्मनाक हरकत करके अपने पद और गरिमा का दुरुपयोग किया है।
First Published: Friday, November 22, 2013, 17:31