दहशतगर्दों की बड़ी साजिश का खुलासा । Terror plan revealed, code decoded

दहशतगर्दों की बड़ी साजिश का खुलासा

दहशतगर्दों की बड़ी साजिश का खुलासा क्राइम रिपोर्टर/ज़ी मीडिया

आईबी के इनपुट से मची खलबली और इससे चौकन्नी हुई सुरक्षा एजेंसियां। खुफिया एजेंसियों के हाथ एक बार फिर लगी है ऐसी जानकारी, जिससे दहशतगर्दों की एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। लेकिन सबसे अहम बात आतंकियों के कोडवर्ड की है। पकड़ा गया आतंकियों का मैसेज खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों और उनके आकाओं के बीच हुई बातचीत को इंटरसेप्ट कर जो जानकारी हासिल की वो पूरी तरह से आम बोलचाल के लहजे में थी। अरबी में हुई इस बातचीत को सुनकर कोई भी अनसुना कर सकता था।

दहशत का प्लान ये बातचीत कोई आम बातचीत नहीं थी। ये पूरी तरह से कोडेड बातचीत थी और जब बातचीत का खुलासा हुआ तो खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी दंग रह गए क्योंकि कोडवर्ड के जरिये हुई इस बातचीत के जरिये आतंकियों के आकाओं ने अपने गुर्गों को अपनी नई साजिश की दी थी जानकारी और इस कोडेड बातचीत के जो अहम शब्द थे, वे थे-दुल्हन, बारात और शादी। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता काम आई और हो गया आतंकियों का कोड डिकोडेड।

सरहद पर हलचल बढ़ी और घुसपैठ के लिए 900 आतंकी तैयार बैठे हैं। हिंदुस्तानी सेना के पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के आका जम्मू में पाकिस्तान से सटी सीमा का लगातार दौरा कर रहे हैं। मकसद है भारत में आतंकियों की घुसपैठ करना ताकि भारत में बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम दिया जा सके। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक सीमा के पार करीब 900 ट्रेंड आतंकी भारत में घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं।

सेना से जुडे सूत्र इस बात की भी तस्दीक कर रहे हैं कि आतंकी गुटों के आका पीओके में चल रहे आतंकी कैंप का पहले भी कई बार जायजा ले चुके हैं। बाइट- लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा, जीओसी 16 कोर सूत्रों के अनुसार जम्मू से सटी पाकिस्तानी सरहद पर करीब 40 आतंकी ट्रेनिंग कैंप अब भी चल रहे हैं और यहां तैयार की जा रही है दहशगर्दों की नई फौज। सेना को आशंका है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो फोर्स की वापसी के बाद इस पूरे इलाके में आतंकियों की सक्रियता बढ़ेगी, जिसका सीधा असर जम्मू कश्मीर पर भी पड़ सकता है।

सूत्रों के मुताबिक घुसपैठ करने की फिराक में लगे इन आतंकियों के मंसूबे बेहद खतरनाक हैं। जम्मू की फिजां बिगाडकर वे यहां अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देना चाहते हैं। एलओसी पर पिछले 3 दिनों में 8 बार युद्धविराम तोड़ा जा चुका है। बताया जा रहा है कि बर्फबारी शुरू होने के पहले ही आतंकी घुसपैठ कर लेना चाहते हैं क्योंकि कुछ दिनों बाद पीर पंजाल की पहाड़ियों में बर्फबारी शुरू हो जाएगी और तब घुसपैठ नामुमकिन हो जाएगा।

First Published: Friday, October 18, 2013, 23:30

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