Last Updated: Saturday, May 24, 2014, 21:11

नई दिल्ली : अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर की फिल्म `सारांश` को प्रदर्शित हुए इस रविवार 30 साल पूरे होने जा रहे हैं। अनुपम पहली बार फिल्म `सारांश` में अभिनय के लिए मशहूर हुए थे। वह स्वीकार करते हैं कि इस फिल्म के बाद न सिर्फ उनके जीवन में बदलाव आया था, बल्कि उनके विचारों में भी खासा बदलाव आया था।
अनुपम ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा, "25 मई 1984 को `सारांश` प्रदर्शित हुई थी। कल (रविवार) इसके 30 साल पूरे हो जाएंगे। सारांश को प्रदर्शित हुए 30 साल, शानदार यात्रा रही।"
उन्होंने आगे लिखा, "सारांश` ने मेरी जिंदगी बदल दी, मेरी सोच बदल दी, हमेशा के लिए। इसने मुझे बेहतर इंसान बनाया। मेरे लिए यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, एक विचार है।"
दिल्ली स्थित राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से प्रशिक्षित अनुपम मात्र 28 साल के थे, जब उन्होंने महेश भट्ट की `सारांश` में एक अधेड़ मध्यवर्गीय महाराष्ट्रियन व्यक्ति का किरदार निभाया था, जिसका बेटा मारा गया था।
फिल्म ने न सिर्फ अनुपम को फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब दिलवाया, बल्कि इसे ऑस्कर में विदेशी फिल्मों की श्रेणी में प्रतिस्पर्धा के लिए भेजा गया।
रंगमंच से जुड़े अनुपम दो बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता रह चुके हैं। उन्होंने अब तक कई फिल्मों, नाटकों, टीवी धारावाहिकों सहित अभिनय प्रशिक्षक के रूप में भी काम किया है।
अनुपम की कुछ जानी मानी फिल्मों में कर्मा, लम्हे, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, मैंने गांधी को नहीं मारा, खोंसला का घोंसला, ए वेन्सडे और स्पेशल 26 प्रमुख हैं, जिनमें उन्होंने बेहद गंभीर से लेकर हास्य भूमिकाएं भी निभाई हैं। (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 24, 2014, 21:11