Last Updated: Monday, November 18, 2013, 16:10
न्यूयॉर्क : बॉलीवुड अभिनेता इमरान खान का कहना है कि समाज की बुराईयों के लिए फिल्मों को बड़ी आसानी से दोषी ठहरा दिया जाता है और इसके लिए फिल्में अक्सर आसान लक्ष्य बन जाती हैं। इमरान (30) का मानना है कि इस तरह की समस्याएं केवल शिक्षा और लोगों की मानसिकता में बदलाव से ही हल हो सकती हैं।
खान ने कहा, समाज की बुराईयों के लिए सिनेमा को जिम्मेदार ठहराना बेहद आसान तरीका है। फिल्में कोई आसान लक्ष्य नहीं हैं और न ही फिल्म नगरी उनसे लड़ने में सक्षम है। हम भीड़ की मानसिकता का शिकार हुए हैं। खान अपनी आने वाली फिल्म ‘गोरी तेरे प्यार में’ के प्रचार के सिलसिले में शहर में आए थे। ये फिल्म एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है जिसमें उनके साथ मुख्य नायिका के किरदार में करीना कपूर हैं। फिल्म का निर्देशन पुनीत मल्होत्रा ने किया है और निर्माता करण जौहर हैं।
भारत में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा और र्दुव्य्वहार की घटनाओं के लिए समाज का एक वर्ग फिल्मी गीतों, गीतों के शब्दों और फिल्मों में कोरियोग्राफी को जिम्मेदार ठहराता है, साथ ही उनका यह भी कहना है कि इनसे महिलाओं का अनादर होता है। खान को उनके सामाजिक कार्यों में समर्थन के लिए जाना जाता है, इनमें चुनाव में मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदाताओं को प्रेरित करना शामिल है।
उन्होंने कहा, मतदान करना वह बेहद छोटा कार्य है जिसके जरिए आप लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा बन सकते हैं। यदि आप अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं करते तो आपको शिकायत करने का भी हक नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ऐसा काम करना चाहता हूं जो मुझे खुशी दे और जिसे करके भविष्य में मुझे शर्मिंदगी महसूस न हो। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 18, 2013, 16:10