Last Updated: Sunday, November 24, 2013, 16:13
पणजी : अपनी फिल्मों में महिलाओं के मजबूत किरदार दिखाने वाले निर्देशक सुधीर मिश्रा का कहना है कि बॉलीवुड में महिला प्रधान फिल्मों का समर्थन करने के लिए लोगों को मनाना आसान नहीं है।
अपने 30 वषरें के करियर में मिश्रा ने ‘चमेली’ और ‘हज़ारो ख्वाहिशें ऐसी’ जैसी कई महिला प्रधान फिल्में बनाई है।
मिश्रा ने एनएफडीसी फिल्म बाजार के इतर कहा, ‘‘लोगों को महिला प्रधान फिल्मों की ओर आकर्षित करना मुश्किल है। यह वास्तविकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निर्देशक जब ऐसी फिल्मों के लिए बड़ा बजट चाहते हैं तो उनके सामने दिक्कतें पेश आती हैं।’’
मिश्रा ने कहा, ‘‘आप अभिनेता का किरदार निभाने वाले कलाकार की तलाश आज स्कूल, ऑडिशन, रंगमंच और अन्य सभी जगहों पर करते हैं लेकिन जब अभिनेत्रियों की बात आती है तो आप सौंदर्य प्रतियोगिताओं की ओर देखते हैं।’’
उन्होंने उम्मीद जताई कि अभिनेत्रियों को उनका अधिकार मिलेगा क्योंकि अनुराग कश्यप, दिबाकर बनर्जी, संजय घोष जैसे नए निर्देशक अपनी फिल्मों में महिलाओं को मजबूती से दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 24, 2013, 16:13