Last Updated: Thursday, November 21, 2013, 15:51

मुंबई: प्रीति जिंटा और स्वरा भास्कर सरीखी बॉलीवुड हस्तियों का ख्याल है कि फिल्म नगरी मुंबई में महिलाओं का हर समय उत्पीड़न होता है या वह अपनी सुरक्षा को लेकर सशंकित रहती हैं। बीते वर्षो की तुलना में वर्ष 2013 में यहां दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामलों में वृद्धि हुई है। इसलिए वे इस जगह को अब असुरक्षित पाती हैं।
प्रीति जिंटा ने कहा कि हमें उस डर और अनिश्चितता के माहौल को दूर करने के लिए उपचारात्मक समाधान निकालने होंगे, जिनका महिलाओं को सामना करना पड़ता है। नहीं तो हम और अधिक आत्मकेंद्रित हो जाएंगे।
स्वरा भास्कर का कहना है कि क्या मैं मुंबई में सुरक्षित महसूस करती हूं? हां या ना। हां, इसलिए चूंकि यहां दिन या रात किसी भी समय बाहर निकलना आसान है। और ना इसलिए क्योंकि मुंबई में मुझसे कई बार छेड़छाड़ हो चुकी है। मुंबई भी देश के अन्य राज्यों की जितनी ही असुरक्षित है।
सोफी चौधरी ने इस मसले पर कहा कि जब मैं अपनी मां के साथ लंदन से मुंबई आई तो हमने इसे लड़कियों के लिए विश्व के सुरक्षित शहरों में से एक पाया था। लेकिन अब ऐसा नहीं रहा। अगर आप अकेली लड़की हैं तो यहां आपको लगातार अपनी चौकीदारी करनी पड़ेगी।
अमृता राव ने कहा कि यह शहर कामकाजी महिलाओं के लिए कतई सुरक्षित नहीं है। जब मैं शूटिंग पर होती हूं तो स्वयं को अनचाहे लोगों से बचाने के लिए अंगरक्षक रखने पड़ते हैं।
मनीषा लांबा का इस मुद्दे पर कहना है कि यह पेचीदा सवाल है। मैं मुंबई में देश के अन्य शहरों जितना ही सुरक्षित महसूस करती हूं। जबकि तनीशा चटर्जी ने बोला कि मैं बीते पांच वर्षो की तुलना में अब कम सुरक्षित अनुभव करती हूं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 21, 2013, 15:51