Last Updated: Friday, February 28, 2014, 15:59
ज़ी मीडिया ब्यूरोशादी,रोमांस,प्यार पर आधारित फिल्में बॉलीवुड में खूब बनती है। शादी के साइड इफेक्ट एक कॉमेडी मूवी है जो प्यार के साइड इफेक्ट्स का सीक्वल है। फिल्म में शादी के बाद होने वाले साइड इफेक्ट को बहुत बारीकी के साथ परोसा गया है जिसमें प्यार,रोमांस और कॉमेडी का तड़का है। फिल्म में विद्या बालन और फरहान अख्तर का अभिनय है। देखा जाए तो पहली बार फरहान जैसे सीरियस अभिनेता ने कॉमेडी जैसे किरदार की भूमिका की है।
फिल्म में सिड यानी फरहान अख्तर और तृषा यानी विद्या बालन की कहानी है। सिड और तृषा के प्यार ने अब शादी को रूप ले लिया है। दोनों तमाम अनुभवों के बीच शादीशुदा जिंदगी जी रहे है। शादी के कुछ समय बाद तृषा मां बनना चाहती है । लेकिन सिड इसके राजी नहीं होता। सिड अपने करियर पर ही फोकस करना चाहता है और इस बंधन से बचना चाहता है।
एक दिन अचानक से सिड परिवार बढ़ाने को लेकर सोचता है। दोनों परिवार बढ़ाने का फैसला करते है। तृषा अब एक नन्ही बेबी की मां बन चुकी है और फिर ...।
फिल्म कुल मिलाकर बेहतर है लेकिन पहला हाफ ज्यादा अच्छा है जो दर्शकों को बांधे रखता है। दूसरा हाफ यानी इंटरवल के बाद की स्टोरी बोझिल हो गई है जिसमें पेस का अभाव है। इंटरवल के बाद कहानी फीकी पड़ती हुए नजर आती है।
विद्या बालन की अदाकारी बेमिसाल है और तृषा के किरदार में विद्या ने जान डाल दिया है। फरहान अख्तर भी अपने रोल में फिट बैठे है लेकिन विद्या अदाकारी के मामले में उनसे आगे निकल गई है और फिल्म में उनपर हावी रही है। राम कपूर, ईला अरूण का अभिनय औसत रहा है जिन्होंने अपने किरदार को बेहतर ढंग से निभाया है। प्यार, झगड़ा, रुठना-मनाना, शादी के बाद के इन सभी एहसासों को सिने पर्दे पर विद्या और फरहान की कोशिश सराहनीय है।
एक्शन,मारधाड़ और सस्पेंस को दरकिनार कर आप कुछ अलग मूवी देखना चाहते हैं तो इस फिल्म को जरूर देखिए जिसमें कुंवारों के साथ शादीशुदा लोगों के लिए भी कई मैसेज है।
First Published: Friday, February 28, 2014, 15:46