‘शाहिद’ अन्याय के खिलाफ उपेक्षितों की लड़ाई की कहानी है: मेहता

‘शाहिद’ अन्याय के खिलाफ उपेक्षितों की लड़ाई की कहानी है: मेहता

‘शाहिद’ अन्याय के खिलाफ उपेक्षितों की लड़ाई की कहानी है: मेहतामुंबई : मारे गए वकील शाहिद आजमी के असली जीवन पर आधारित फिल्म ‘शाहिद’ लेकर आ रहे निर्देशक हंसल मेहता चाहते हैं कि शहर में एक सड़क शाहिद के नाम पर होनी चाहिए।

मेहता ने कहा, फिल्म ‘शाहिद’ उपेक्षितों की अन्याय के खिलाफ लड़ाई की कहानी है। सिर्फ मुंबई में ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में ऐसे कई शाहिद हैं, जो हर रोज न्याय के लिए खड़े होते हैं। शाहिद जैसी प्रेरक कहानी को याद रखे जाने की जरूरत है। यह फिल्म वकील शाहिद आजमी की जिंदगी पर आधारित है, जिन्हें 1992-93 में मुंबई में हुए सांप्रदायिक दंगों के दौरान गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्होंने कानून पढ़ा और फिर झूठे आरोपों के तहत गिरफ्तार किए गए लोगों के बचाव में काम करना शुरू कर दिया। बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी।

मेहता कहते हैं कि वे महाराष्ट्र सरकार से अनुरोध कर सकते हैं कि कुर्ला टैक्सीमैन कालोनी की एक सड़क का नाम उनके नाम पर रख दें। यह वही जगह है, जहां से शाहिद काम करते थे। मेहता ने कहा, मैं सच में ऐसा चाहता हूं। यह मुंबई के एक नायक को बिल्कुल सही श्रद्धांजलि होगी। 18 अक्तूबर को सिनेमाघरों में लगने जा रही इस फिल्म में राजकुमार मुख्य भूमिका में हैं। आमिर खान समेत कई अभिनेताओं के इस फिल्म के समर्थन में आगे आने से यह फिल्म चर्चा में है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, October 16, 2013, 15:32

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