Last Updated: Tuesday, April 1, 2014, 22:53

टोरंटो : आप अगर गर्भवती हैं और चाहती हैं कि आपका बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ हो तो बेहतर होगा कि तापमान बढ़ने से पहले आप किसी ठंडी जगह चली जाएं, क्योंकि संभव है कि बढ़ा हुआ पारा आपकी गर्भावस्था की अवधि घटा दे। यह संकेत एक शोध में दिया गया है। जब चार से सात दिन की अवधि के दौरान तापमान 32 डिग्री सेल्सियस या उससे भी आगे पहुंचता है तो ठेठ गर्मी के दिनों की तुलना में समय पूर्व प्रसव होने का खतरा 27 प्रतिशत अधिक होता है।
कनाडा स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ मोन्ट्रियल की नथाली उगर ने बताया, "छोटे पैमाने का अध्ययन सुझाता है कि गर्भावस्था के दौरान जब तापमान कम प्रभावी दिखता है तब गर्मी से गर्भाशय की सिकुड़न बढ़ जाती है।"
मानव शरीर ताप-नियमन के जरिए अपना आंतरिक तापमान बनाए रखता है। अध्ययन में वर्ष 1981 से लेकर 2010 के बीच कनाडा के मोंट्रियल में गर्मी में जन्मे 300,000 लोगों का डाटा शामिल है, जिसे इस अवधि के दौरान पर्यावरण कनाडा द्वारा रिकॉर्ड किया गया।
शोधकर्ताओं ने पाया कि बढ़ी गर्मी से समय पूर्व होने वाले प्रसव में बढ़ोतरी नहीं दिखी, लेकिन जिन महिलाओं की गर्भावस्था 37 या 38 सप्ताह में पहुंच गई थी, उनमें लू वाले दिनों की तुलना में तीन-दिनों की अवधि के दौरान पारा 32 डिग्री सेल्सियस या उससे भी अधिक होने के चलते समय से पूर्व होने वाले प्रसव का खतरा 17 प्रतिशत तक बढ़ गया था।
उगर ने कहा, "समय से पहले जन्मे नवजात अक्सर कमजोर और बीमार होते हैं, मौत का जोखिम भी रहता है।" (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 1, 2014, 22:53