Last Updated: Sunday, April 27, 2014, 18:44
नई दिल्ली : 26/11 मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने देश की आर्थिक राजधानी पर 2008 में हुए इस आतंकवादी हमले को अंजाम देने में डेविड हेडली एवं अन्य द्वारा रची गई साजिश के सिलसिले में कुछ गवाहों के बयान दर्ज किए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि करीब 10 दिन की अवधि में अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई और अमेरिकी न्याय विभाग की मदद से बयान दर्ज किए गए। भारत और अमेरिका के बीच इस मामले में ऐसा सहयोग पहली बार देखने को मिला है।
जानकारी का खुलासा न करने को लेकर एफबीआई के साथ हुए समझौते के कारण एनआईए ने उन गवाहों के नाम नहीं बताए जिनके बयान दर्ज किए गए हैं पर भारत पाकिस्तानी-अमेरिकी हेडली की पत्नी शाजिया गिलानी एवं उसके अन्य मित्रों से पूछताछ के लिए दबाव बनाता रहा है।
लश्कर-ए-तैयबा का 53 साल का आतंकवादी हेडली मुंबई में हुए हमले की साजिश में शामिल होने सहित कई आरोपों में दोषी करार दिए जाने के बाद 35 साल जेल की सजा काट रहा है। मुंबई हमले में 166 लोग मारे गए थे।
हेडली की पत्नी शाजिया के अलावा, भारत ने पोर्शिया पीटर और एक अन्य महिला मित्र तथा तहव्वुर राणा से पूछताछ की इजाजत देने का अनुरोध किया था। राणा मुंबई आतंकवादी हमले में हेडली का सहयोगी माना जाता है।
गवाहों के बयान से एनआईए को दिल्ली की एक अदालत में अपने आरोपों को सही ठहराने में मदद मिलेगी। एनआईए ने 2012 में दिल्ली की अदालत में लश्कर-ए-तैयबा के उन शीर्ष कमांडरों के खिलाफ आरोप दाखिल किए थे जो 26/11 मामले को अंजाम देने में कथित तौर पर शामिल थे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 27, 2014, 18:44