Last Updated: Tuesday, November 26, 2013, 23:58

नई दिल्ली : मुंबई में 26/11 हमला मामले के सातों पाकिस्तानी संदिग्धों के वकीलों द्वारा भारत की ओर से मुहैया कराए गए सबूतों को ‘झूठा’ करार दिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भारत ने मंगलवार को कहा कि यह वह नहीं है जो पाकिस्तान की ओर से राजनीतिक स्तर पर और उसकी संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) द्वारा उसे बताया गया है।
सरकारी सूत्रों ने यहां कहा कि यह वैसा नहीं लग रहा जैसा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज के हालिया दौरे में राजनीतिक स्तर पर और पाकिस्तान के एफआईए अधिकारियों की भारतीय अधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान पाकिस्तान द्वारा भारत को बताया गया है।
सूत्रों ने कहा कि एफआईए अधिकारियों ने वे सबूत अपने भारतीय समकक्षों के साथ भी साझा किए जो उनके पास उपलब्ध थे और इस बात की पुष्टि की कि सबूतों की ‘व्यापकता’ पर्याप्त से ज्यादा है और उससे मुंबई हमले के दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जा सकता है। 26/11 हमले की पांचवीं बरसी पर आज सूत्रों ने यह भी कहा कि नयी दिल्ली को उम्मीद है कि पाकिस्तान मुंबई हमलों के मामले के ट्रायल तेजी से संचालित करने की उसकी मांग को गंभीरता से लेकर उसे पूरा करेगा। गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमले में 166 लोग मारे गए थे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 26, 2013, 23:58