Last Updated: Thursday, May 29, 2014, 23:00
नई दिल्ली : चुनाव हारने और सत्ता गंवाने के बाद करीब 55 पूर्व केंद्रीय मंत्रियों को 26 जून तक अपने सरकारी बंगलों को खाली करना होगा ताकि नए मंत्री उनमें रहने के लिए आ सकें। सूत्रों ने बताया कि संपदा निदेशालय इन पूर्व मंत्रियों को बंगलों को खाली करने के लिए नोटिस भेजने की तैयारी कर रहा है।
संप्रग सरकार में 70 मंत्री थे जिनमें से कुछ चुनाव जीत गए हैं लेकिन कई लोकसभा चुनाव हार गए हैं। जो चुनाव हार गए हैं उनसे 26 जून तक बंगलों को खाली करने को कहा जाएगा।
नई दिल्ली के महत्वपूर्ण इलाकों में स्थित इन बंगलों के बारे में एक सूत्र ने बताया, ‘यहां करीब 55 टाइप-6, टाइप-7 और टाइप-8 के बंगले हैं जिन्हें नवनियुक्त मंत्रियों के लिए खाली करवाना होगा।’ इस बीच संपदा निदेशालय नवनिर्वाचित सांसदों को राज्य भवनों और सरकारी अशोक होटल में अस्थायी आवास मुहैया करा रहा है।
लोकसभा की आवास समिति का गठन होने के बाद समिति सांसदों को बंगलों का आवंटन शुरू करेगी। शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने आज पूर्व मंत्रियों से अपने आप सरकारी आवासों को खाली करने और एक अच्छा उदाहरण पेश करने की अपील की।
उन्होंने यहां कहा, ‘निवर्तमान मंत्रियों को अपने घरों को खाली करना होगा। मैं निवर्तमान मंत्रियों से अपील करता हूं कि वे जल्द से जल्द आवासों को खाली कर दें ताकि नए मंत्री इनमें आकर रह सकें। उनकी पूजा तथा अन्य चीजों को लेकर अपनी योजनाएं हैं। उन्हें आवासों को खाली कर देना चाहिए ताकि वे लोगों के लिए अच्छा उदाहरण स्थापित कर सकें। इसमें कोई समस्या नहीं है।’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पहले ही अपने सरकारी 7 रेसकोर्स रोड आवास को खाली करके सरकार द्वारा आवंटित नए आवास में जा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हालांकि अभी 7 रेसकोर्स रोड स्थित प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास में रहने के लिए नहीं आए हैं क्योंकि इसमें अभी रंगरोगन का काम चल रहा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 29, 2014, 23:00