Last Updated: Monday, January 20, 2014, 10:26

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय के बाहर सोमवार को पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने के आम आदमी पार्टी (आप) के फैसले पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अरुण जेटली ने कहा कि नई नवेली पार्टी सचिवालय के भीतर से ज्यादा खुद को सड़कों पर ही सहज अनुभव करती है।
दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों के कहने पर सक्रिय नहीं होने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ आप ने मोर्चा खोल रखा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित उनकी पार्टी के सदस्यों ने पुलिसकर्मियों को निलंबित नहीं किए जाने पर सोमवार की सुबह से आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
रविवार को जेटली ने अपने ब्लॉग में कहा है कि यह स्वाभाविक है कि सचिवालय से ज्यादा आप सड़कों पर धरना देने में ज्यादा सहज होती है। पिछले तीन सप्ताह से सचिवायलय का दृश्य यही उभरा है कि पार्टी आत्मघाती रास्ते पर चल रही है। जेटली ने लिखा है कि संगठन में अनुशासन नाम की कोई चीज नहीं है। पार्टी में विचारक, सामाजिक कार्यकर्ता, निजी विचारक और खुद को सही मानने वालों की भरमार है। एक आंदोलन चलाने और पार्टी गठित करने व सरकार चलाने में जमीन आसमान का अंतर होता है।
जेटली ने दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती की रात के समय चौकीदारी के लहजे में घूमने और छामारी करने की आलोचना की और अफ्रीकी देशों के नागरिकों के निवास स्थल पर मारे गए छापे को नस्लवादी कदम करार दिया। जेटली ने कहा है कि उन्होंने (भारती ने) दिल्ली में रह रहे अफ्रीकी नागरिकों के सामने गंभीर समस्या पैदा कर दी है। उन्होंने आगे लिखा है कि आप अपने गैर पारंपरिक तरीके का शिकार होकर रह गई है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 20, 2014, 10:26