Last Updated: Monday, November 11, 2013, 18:15

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को कहा कि वह अपने कोषों की सरकार द्वारा जांच के लिए तैयार है लेकिन पार्टी ने मांग की कि कांग्रेस और भाजपा को भी वैसी ही जांच के लिए पेशकश करनी चाहिए।
आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम अपने कोषों की जांच के सरकारी आदेश का स्वागत करते हैं। हम मांग करते हैं कि सरकार कांग्रेस और भाजपा के कोषों की भी जांच कराए।’’
आप को आठ नवंबर तक चंदों के रूप में करीब 19 करोड़ रुपए मिले हैं। चंदा देने वाले 63 हजार लोगों में प्रवासी भारतीय भी हैं।
गृह मंत्री सुशीलकुमार शिंदे ने कहा है कि आप को विदेशों से धन मिलने की शिकायतें मिलने के बाद जांच के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे शिकायतें मिली हैं। हम मामले की जांच कर रहे हैं। कोष कहां से आ रहे हैं, किस देश से, इसका स्रोत क्या है आदि। हम इन सब बातों का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।’’
शिंदे ने हालांकि कहा कि इस प्रकार की जांच में समय लगता है और उन्होंने संकेत दिया कि जांच के नतीजे दिल्ली में चार दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले नहीं आ सकेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि जांच पूरी होने के 48 घंटों के बाद इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी जानी चाहिए।
जांच के लिए सरकार की तेजी पर संदेह जाहिर करते हुए आप ने कहा कि पिछले 65 साल में क्या कांग्रेस ने भाजपा के कोषों की जांच कराने की मांग की है? आप नेताओं ने कहा कि जांच की मांग के समय से संकेत मिलता है कि कांग्रेस और भाजपा की आपस में ‘‘साठगांठ’’ है।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि भाजपा नेता अरुण जेटली ने आप को विदेशों से धन मिलने का मुद्दा उठाया था। उसी समय दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी आप के कोषों की जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि आप पर हमला बोलने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों मिलकर रणनीति बना रहे हैं।
दीक्षित ने रविवार को आप को मिलने वाले धन के स्रोतों को लेकर सवाल किए थे। आप का मुख्य चुनावी मुद्दा भ्रष्टाचार पर काबू है और पार्टी मुख्यमंत्री तथा उनकी सरकार पर लगातार हमले बोलती रही है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 11, 2013, 18:15