Last Updated: Tuesday, January 21, 2014, 22:57
नई दिल्ली, बेंगलूर : राजनीतिक दलों ने आज रेल भवन के सामने सड़क पर धरने पर बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमकर आलोचना की और उन्हीं की पार्टी के प्रमुख सदस्य कैप्टन गोपीनाथ ने कहा कि उन्हें अपने दफ्तरों से सरकार का कामकाज करना चाहिए और केवल उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेना चाहिए।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने केजरीवाल पर अपने आंदोलन को राजपथ तक ले जाने की उनकी धमकी के लिए जम कर निशाना साधा और कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह का सफलतापूर्वक आयोजन दिल्ली सरकार की भी जिम्मेदारी है।
कांग्रेस के मंत्री जीके वासन ने प्रदर्शन को ‘‘लोकप्रियता स्टंट’’ करार दिया और कहा कि यह मुख्यमंत्री के लिए अच्छा संकेत नहीं है। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ‘प्रदर्शन’ का मार्ग अपनाने पर केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें केन्द्र के साथ गतिरोध खत्म करने के लिए संवैधानिक रास्तों से अपने पद की गरिमा बनाई रखनी चाहिए। दिल्ली पुलिस के खिलाफ आप सरकार के प्रदर्शन पर कटाक्ष करते हुए भाजपा नेता अरूण जेटली ने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर ‘अराजकतावादियों का समूह’ देखने को मिल रहा है। अराजकता राजनीति का विकल्प नहीं हो सकती।
भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर ने आरोप लगाया कि केजरीवाल माओवादियों की भाषा बोल रहे हैं और उन्हें नहीं पता कि सरकार कैसे चलाएं और अपने वादे कैसे पूरे करें। गोपीनाथ ने कहा, ‘‘राजनीतिक दल के तौर पर आप प्रदर्शन कर सकती है और उसे करना चाहिए। मुख्यमंत्री ऐसा नहीं कर सकते। उन्हें और उनके मंत्रिमंडल को अपने दफ्तर से कामकाज देखना चाहिए क्योंकि भीड़ के भड़कने का खतरा है जो संविधान के खिलाफ है और पार्टी पर लोगों का विश्वास भी क्षीण हो सकता है।’’ कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आप अराजकतावादी और असंवैधानिक तरीके से व्यवहार कर रही है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आप और केजरीवाल पर ‘‘नाटक’’ करने और व्यवस्था ‘‘बर्बाद’’ करने का आरोप लगाया। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 21, 2014, 22:57