उम्मीदवारों के चयन में संतुलन बनाना चाहती है AAP

उम्मीदवारों के चयन में संतुलन बनाना चाहती है AAP

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने सामाजिक कार्यकर्ताओं, पूर्व सैन्यकर्मियों और सेवानिवृत्त नौकरशाहों समेत मीडिया, उद्योग जगत, फिल्म जगत जैसे अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों को टिकट देकर संतुलन बनाने की कोशिश की है। आप ने अपने पहले लोकसभा चुनावों के लिए अब तक आरबीएस इंडिया की पूर्व सीईओ और प्रमुख मीरा सन्याल, सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर, अभिनेत्री गुल पनाग, शिक्षाविद् राजमोहन गांधी और पत्रकार आशुतोष समेत 242 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है।

आप के एक नेता ने कहा, दिल्ली विधानसभा चुनावों में सफलता के बाद पार्टी को देश भर में लोगों से शानदार प्रतिक्रिया मिली जो पार्टी के सदस्य बनना चाहते हैं। इसके साथ ही पार्टी को उसके टिकट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों की लंबी सूची मिली। आप नेता अरविन्द केजरीवाल ने जहां मीडिया पर हमला करने में कसर नहीं छोड़ी वहीं विडंबना यह है कि उनकी पार्टी ने कई पत्रकारों को सीटें दीं। इनमें मुकुल त्रिपाठी, आशीष खेतान, जरनैल सिंह और अनिता प्रताप जैसे पत्रकार शामिल हैं। जरनैल सिंह पी चिदंबरम पर जूता फेंककर चर्चा में आए थे। आशुतोष यहां के चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र से केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

दिल्ली की पूर्व आप सरकार द्वारा खुदरा क्षेत्र में एफडीआई पर रोक लगाने के फैसले के बावजूद पार्टी ने उद्योग जगत से भी कई लोगों को उम्मीदवार बनाया है। इनमें मीरा सन्याल, इंफोसिस के पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी के बालकृष्णन जैसे नाम शामिल हैं। मीरा दक्षिण मुंबई सीट से केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं वहीं बालकृष्णन बेंगलूर मध्य से चुनाव में खड़े हैं।

पार्टी ने साथ ही सालों से अलग अलग मुद्दों पर कई राज्य सरकारों के खिलाफ लड़ते रहे कार्यकर्ताओं पर भी भरोसा दिखाया है। नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) की मुखिया मेधा पाटकर मुंबई उत्तर-पूर्व से जबकि एनबीए के एक दूसरे कार्यकर्ता आलोक अग्रवाल खंडवा से चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह आदिवासी कार्यकर्ता सोनी सोरी छत्तीसगढ़ के बस्तर से जबकि पॉस्को विरोधी कार्यकर्ता लिंगराज ओड़िशा के बारगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं।

शिक्षा, साहित्य और विज्ञान जगत के विशेषज्ञ भी आप के उम्मीदवारों की सूची में शामिल हैं। महात्मा गांधी के पोते राजमोहन गांधी पूर्व दिल्ली सीट से जबकि मलयाली लेखिका सारा जोसेफ केरल की त्रिचूर सीट से चुनाव लड़ रही हैं। पार्टी ने सेवारत एवं पूर्व नौकरशाहों को भी चुनावी मैदान में उतारा है। पूर्व आईपीएस अधिकारी कंचन चौधरी उत्तराखंड के हरिद्वार से चुनाव लड़ रही हैं। वह किसी भी राज्य की पहली महिला पुलिस महानिदेशक हैं। महाराष्ट्र के बारामती से पूर्व आईपीएस अधिकारी सुरेश खोपड़े राकांपा प्रमुख शरद यादव की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं।

केरल में पार्टी ने तिरूवनंतपुरम से पूर्व आईपीएस अधिकारी अजीत जॉय को खड़ा किया है। केंद्रीय मंत्री शशि थरूर वर्तमान में इस संसदीय क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं। गुल पनाग और क्षेत्रीय फिल्म जगत के कई अभिनेता-अभिनेत्री आप के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।

पार्टी साथ ही अपने पुराने नेताओं और पार्टी में हाल में शामिल हुए लोगों के बीच भी संतुलन बनाने में सफल रही है। जहां एक ओर पार्टी ने राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी में कुमार विश्वास को चुनाव में खड़ा किया है वहीं दूसरी ओर भाजपा के पूर्व सांसद रंजन सुशांत पार्टी टिकट पर हिमाचल के कांगड़ा से चुनाव लड़ रहे हैं। आप नेता शाजिया इल्मी कांग्रेस के उम्मीदवार अभिनेता राज बब्बर के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।

लेकिन पार्टी में उम्मीदवारों के चयन को लेकर विरोध के स्वर भी सामने आए हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने सबसे ज्यादा ताकतवर, पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के खिलाफ उम्मीदवार थोपने के आरोप लगाए हैं। यह समिति ही उम्मीदवारों के चयन को लेकर अंतिम फैसला करती है। पार्टी के एक नाराज कार्यकर्ता ने कहा, आशीष खेतान, राजमोहन गांधी और आशुतोष के रूप में पार्टी की पसंद सही नहीं रही। उन्हें हमपर थोपा गया है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, March 16, 2014, 11:38

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