Last Updated: Tuesday, December 31, 2013, 10:25
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नई दिल्ली : सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने जम्मू-कश्मीर से एएफएसपीए को आंशिक रूप से भी हटाने के मामले में आगाह करते हुए कहा कि यह राज्य में आतंकवाद-विरोधी अभियानों को प्रभावित करेगा क्योंकि नियंत्रण रेखा के उस पार अब भी आतंकवादी शिविर मौजूद हैं।
एएफएसपीए को कम से कम आंशिक रूप से हटाने की मांग के बीच इस कानून को बनाए रखने की वकालत करते हुए जनरल सिंह ने कहा कि खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 400 से ज्यादा आतंकवादी मौजूद हैं और उन्हें अभी तक प्रभावहीन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वक्त कानून हटाने का आतंकवादी फायदा उठा सकते हैं।
सेना प्रमुख को लगता है कि अमेरिका द्वारा 2014 के अंत में अफगानिस्तान से सेना हटाने तक राज्य से एएफएसपीए नहीं हटाया जाना चाहिए क्योंकि यह एक ‘सामरिक अनिवार्यता’ है। सेना दिवस के अवसर पर रक्षा मंत्रालय की पत्रिका को दिए साक्षात्कार में जनरल सिंह ने कहा कि एएफएसपीए को आंशिक रूप से हटाए जाने पर भी आतंकवादियों के खिलाफ राज्य में चलने वाले अभियानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। सेना प्रमुख जनरल सिंह ने यह भी कहा कि नियंत्रण रेखा पर मौजूद आतंकवादी शिविरों से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था को खतरा है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 31, 2013, 10:25