Last Updated: Friday, March 21, 2014, 10:11
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के बाद अब पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह ने भी कथित रूप से अपनी पसंद के लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए जाने की मांग कर डाली है। गौर हो कि जसवंत सिह राजस्थान के बाड़मेर से चुनाव लड़ना चाहते हैं और इसको लेकर उन्होंने विद्रोही तेवर दिखाए हैं। अभी तक बीजेपी की ओर से जारी प्रत्याशियों की सूची में जसवंत के नाम का ऐलान नहीं किया गया है।
जसवंत सिंह अपने गृह नगर बाड़मेर लोकसभा सीट के लिए अपना नाम उम्मीदवार के तौर पर नहीं आने को लेकर कथित तौर पर नाखुश हैं। ऐसे संकेत हैं कि राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे चाहती हैं कि इस सीट से जाट नेता कर्नल सोनराम को उम्मीदवार बनाया जाए जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि सिंह ने राजनाथ सिंह से बात की है और अपना ‘आखिरी’ चुनाव बाड़मेर से लड़ने की इच्छा जताई है। बाड़मेर से अभी पार्टी ने किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि उन्होंने कहा है कि वह दुखी हैं कि उनके नाम की घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
सिंह टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं हो सके और उनके कार्यालय ने इन खबरों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि उन्होंने धमकी दी है कि यदि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। पार्टी सूत्रों ने यद्यपि कहा कि वे पूर्व केंद्रीय मंत्री को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। सिंह के पुत्र मानवेंद्र राजस्थान से भाजपा के विधायक हैं। राजे जसवंत सिंह को लेकर इच्छुक नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि सोनराम वहां से बेहतर उम्मीदवार होंगे जबकि वरिष्ठ भाजपा नेता राज्य में बहुत सक्रिय नहीं हैं। लोकसभा में हालांकि वह इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व नहीं करते, फिर भी सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने भाजपा के शिखर नेतृत्व से कहा है कि वे अपनी पिछली सीट से चुनाव में नहीं उतरना चाहते हैं।
जसवंत पूर्व में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से 1991 और 1996 में और 2009 के चुनाव में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से चुनाव जीत चुके हैं। जसवंत सिंह की कथित मांग के बारे में पूछे जाने पर भाजपा की प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कुछ भी बताने से इनकार किया। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Friday, March 21, 2014, 10:11