Last Updated: Thursday, February 20, 2014, 19:47

चेन्नई : राजीव गांधी हत्याकांड मामले में तीन दोषियों की रिहाई पर उच्चतम न्यायालय की ओर से रोक लगाए जाने के बाद द्रमुक अध्यक्ष एम करूणानिधि ने गुरुवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ अन्नाद्रमुक उनकी रिहाई के मुद्दे से सही तरीके से नहीं निपट पाई। ‘तिरूक्कुरल’ से एक दोहे का हवाला देते हुए उन्होंने इशारा किया कि उचित तैयारी नहीं रहने से परिणाम नहीं निकलता।
उच्चतम न्यायालय के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि मुरूगन, संतन और पेरारिवलन की रिहाई के मुद्दे पर जयललिता नेतृत्व वाली सरकार उस तिरूक्कुरल का सटीक उदाहरण है। द्रमुक प्रमुख ने दोषियों की रिहाई के लिए सरकार के फैसले को लेकर विधानसभा में जयललिता द्वारा अपनी पार्टी की ‘अनावश्यक आलोचना’ पर निशाना साधा और उन्हें याद दिलाया कि उनकी सरकार ने हाल में दोषियों में एक नलिनी को पेरोल देने का विरोध किया था।
अपने चिर प्रतिद्वंद्वी द्रमुक पर निशाना साधते हुए जयललिता ने राज्यपाल और वर्ष 2000 में राष्ट्रपति द्वारा पेरारीवलन और दो अन्य की दया याचिका खारिज किए जाने के लिए पूर्ववर्ती करणानिधि सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 20, 2014, 18:21