`घोटालों के आरोपों से कांग्रेस को हुआ नुकसान`

`घोटालों के आरोपों से कांग्रेस को हुआ नुकसान`

नागपुर : वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में घोटालों के आरोपों पर ‘धीमी और अप्रभावी’ प्रतिक्रिया से मतदाताओं के मन में कांग्रेस विरोधी भावना को मजबूत किया जिसका परिणाम लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के रूप में सामने आया।

अय्यर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘पूरे विपक्ष की ओर से लगाये गए विभिन्न घोटालों के आरोपों पर कांग्रेस की ओर से धीमी और अप्रभावी प्रतिक्रिया से ना केवल पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा बल्कि इससे देश के लोगों का मन बदल गया। आरोपों ने संभवत: मतदाताओं को यह सोचने के लिए प्रेरित किया कि कांग्रेस को वोट करें या नहीं ।’ अय्यर शहर में महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रंजीत देशमुख की ओर से पंचायती राज पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए आये थे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री अय्यर ने गत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के मद्देनजर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व परिवर्तन के सवाल को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वापसी करेगी।


अय्यर ने कहा, ‘कांग्रेस या किसी भी राजनीतिक दल के लिए हार नयी नहीं है लेकिन कांग्रेस वापसी करेगी।’’ उन्होंने कांग्रेसी मंत्रियों की धीमी प्रतिक्रिया पर कहा, ‘कैग ने स्पेक्ट्रम आवंटन में करीब 1.76 लाख करोड़ रूपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया था लेकिन उस बारे में तत्कालीन दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने उस पर तीन महीने बाद प्रतिक्रिया दी। तब तक लोगों ने आरोपों को सही मानकर स्वीकार कर लिया था तथा उसका प्रभाव अप्रैल में होने वाले आम चुनाव में हुआ।’ उन्होंने कह कि कुछ मामलों में तो कांग्रेस की ओर से नामांकन घोषणा में भी काफी देरी हुई।

उन्होंने कहा, ‘चेन्नई दक्षिणी सीट के लिए पार्टी उम्मीदवार के लिए पार्टी टिकट की घोषणा तमिलनाडु में नामांकन का समय समाप्त होने के मात्र दो घंटे पहले किया गया।’ अय्यर ने बोफोर्स मामले का उल्लेख करते हुए कहा, ‘एक अन्य लोगों के समूह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बोफोर्स तोप सौदे में गंभीर आरोप लगाये थे जो कि समय बीतने के बाद गलत साबित हुए ।’ उन्होंने पार्टी नेतृत्व परिवर्तन पर कहा, ‘कांग्रेस ने पूर्व में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पी वी नरसिंह राव के कार्यकालों में खराब प्रदर्शन कर चुकी है। लेकिन कभी भी नेतृत्व परिवर्तन का सवाल नहीं उठा।’ उन्होंने सोनिया और राहुल का पक्ष लेते हुए कहा कि चुनावों में सपा, बसपा ने भी खराब प्रदर्शन किया लेकिन क्या उनमें नेतृत्व परिवर्तन हुआ? अय्यर ने केरल कांग्रेस नेता मुस्तफा की ओर स राहुल गांधी के कांग्रेस उपाध्यक्ष पद से त्यागपत्र की मांग को भी खारिज कर दिया। (एजेंसी)






First Published: Thursday, May 29, 2014, 19:17

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