Last Updated: Wednesday, December 18, 2013, 15:52

रालेगण सिद्धि (महाराष्ट्र): सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने बुधवार को लोकपाल विधेयक संसद में पारित हो जाने के बाद सतर्क रहने के आह्वान के साथ नौ दिनों की भूख हड़ताल के बाद अपना अनशन तोड़ दिया। दो स्कूली बच्चों के हाथों पानी पीकर भूख हड़ताल समाप्त करने के बाद अन्ना ने कहा कि दोनों सदनों द्वारा विधेयक पारित कर दिया गया। लेकिन हम इतने से संतुष्ट नहीं हो सकते। असली काम अब शुरू होगा। हमें हमेशा सतर्क रहना होगा।
अन्ना ने कहा कि अब जनता को सतर्क रहना होगा ताकि केंद्र में लोकपाल और राज्यों में लोकायुक्त के पदों पर ईमानदार व्यक्तियों को ही नियुक्त किया जाए और कानून को प्रभावी बनाने के लिए सभी दिशा निर्देशों को ठीक से लागू किया जाए।
उन्होंने आगे कहा कि हमें इस कानून के प्रति जागरूकता भी फैलानी चाहिए, ताकि जनता इस कानून को समझ सके और इस ऐतिहासिक लोकपाल संस्थान का लाभ उठा सके। अन्ना ने कहा कि इसके लिए वह देश के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण करेंगे और इस मुद्दे पर साहित्य प्रकाशित कर वितरित करेंगे। अन्ना ने 10 दिसंबर को अनशन शुरू किया था और संकल्प लिया था कि संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में जबतक विधेयक पारित नहीं हो जाता, वह अपना अनशन जारी रखेंगे।
अन्ना के अनशन तोड़ते ही वहां मौजूद उनके हजारों समर्थकों ने खुशी जाहिर की, तिरंगे लहराए और `जय हिंद`, `वंदे मातरम` और `भारत माता की जय` के नारे लगाए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 18, 2013, 15:52