Last Updated: Saturday, January 25, 2014, 00:34
ज़ी मीडिया ब्यूरोनोएडा : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार एवं गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचनाओं का जवाब दिया और सैफई महोत्सव में बॉलीवुड कलाकारों की प्रस्तुतियों एवं मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगे पर अपनी सरकार का बचाव किया।
ज़ी मीडिया कॉर्प के संपादक सुधीर चौधरी के साथ खास बातचीत में अखिलेश यादव ने भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार मोदी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि घमंडी नेताओं को हार का सामना करना पड़ता है। नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक रैली के दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दोनों पर जमकर हमले किए। मोदी ने कहा कि पिता-पुत्र ने उत्तर प्रदेश को तहस-नहस कर दिया है।
मोदी के `56 इंच की छाती` वाले बयान का उपहास करते हुए अखिलेश ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश के जिलों के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी राज्य में सांप्रदायिक पार्टी को जीत हासिल नहीं करने देगी।
यादव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शैली की राजनीति पर भी प्रतिक्रिया दी। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी की `रेड कैप` से कोई भी कैप मुकाबला नहीं कर सकती। अखिलेश ने मुजफ्फरनगर दंगे के समय अपने सरकार के कामकाज की भी प्रशंसा की। मुजफ्फरनगर दंगे को एक `त्रासदी` बताते हुए अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार ने हालात बदतर होने से रोकने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
अखिलेश सरकार पर आरोप है कि पिछले साल मुजफ्फरनगर जिले में जब सांप्रदायिक दंगे शुरू हुए तो उनकी सरकार ने स्थिति को सही ढंग से नहीं संभाला। राहत शिविरों में कथित कुप्रबंधन पर भी अखिलेश सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। यही नहीं, राहत शिविरों से पीड़ितों को कथित रूप से जबरन निकालने को लेकर भी अखिलेश सरकार की निंदा हुई है।
अखिलेश ने माना कि राहत शिविरों में ठंड से बच्चों की मौत हुई है। यादव ने कहा कि उनकी सरकार ने जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने की कोशिश की। बच्चों की मौत केवल राहत शिविरों में ही नहीं बल्कि अस्पतालों में भी हुई। यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने सभी समुदायों की मदद की।
अपने पैतृक गांव सैफई में आयोजित भव्य समारोह एवं बॉलीवुड कलाकारों की प्रस्तृतियों का बचाव करते हुए अखिलेश ने कहा कि यह समारोह पिछले कई वर्षों से होता आया है। इस समारोह का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैफई महोत्सव छात्रों, कलाकारों एवं स्थानीय कारोबारियों के लिए काफी महत्व रखता है लेकिन मीडिया का ध्यान केवल बॉलीवुड कलाकारों पर होता है।
महोत्सव के खर्च पर अखिलेश ने कहा कि इसके लिए मात्र एक करोड़ रुपए राज्य के सांस्कृतिक विभाग की ओर से दिए गए। इसके लिए बजट में प्रावधान है। इसके अतिरिक्त जो राशि खर्च हुई, उसे मेला समिति ने वहन किया।
मुजफ्फरनगर में हजारों दंगा पीड़ितों के तकलीफ के समय ऐसा समारोह आयोजित करने पर हुई आलोचनाओं के जवाब में यादव ने कहा कि उनकी पार्टी कलाकारों का सम्मान करती है। अखिलेश ने कहा कि सभी लोगों ने सलमान खान का डांस देखा लेकिन उस धर्मार्थ को नहीं देखा जिसे सलमान ने किया। सलमान ने केवल डांस ही नहीं किया बल्कि उन्होंने सरकार की ओर से संचालित एक अस्पताल का भी दौरा किया। सलमान ने वहां जरूरतमंद बच्चों की मदद करने का फैसला किया।
First Published: Saturday, January 25, 2014, 00:29