Last Updated: Friday, February 7, 2014, 21:16
नई दिल्ली : भाजपा ने इशरत जहां मामले में पी चिदंबरम को निशाने पर लेते हुए आज कहा कि 2009 में गृह मंत्री के रूप में उन्होंने इस प्रकरण में नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को झूठे फंसाने की कोशिश की थी जिसमें वह सफल नहीं हो पाए। लेकिन ऐसा करते हुए उन्होंने देश के खुफिया तंत्र को बड़ा नुकसान पंहुचा दिया।
पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने चिदंबरम पर व्यंग्य करते हुए कहा, ‘2009 में गृह मंत्रालय का कार्यभार देख रहे परम बुद्धिमान व्यक्ति ने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को फंसाने के इरादे से अभियान शुरू किया। लेकिन उनके उस अभियान का समापन आईबी (खुफिया ब्यूरो) को फंसाने से हुआ।’ उन्होंने कहा की संप्रग सरकार ने अपनी ही एक एजेंसी (आईबी) पर फर्जी मुठभेड़ रचने का आरोप मढ़ डाला। जेटली ने कहा कि ऐसा करते हुए संप्रग सरकार ने भारत की खुफिया एजेंसियों और खुफिया आपरेशन की उनकी काबलियत को ऐसा नुकसान पंहुचाया जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार की इस कारगुजारी से केवल पाकिस्तान और लश्कर-ए-तैयबा ही हंस रहे होंगे। ‘दिल्ली के अदूरदर्शी राजनीतिक शासन ने यह तक महसूस नहीं किया कि ऐसा करते हुए वह संस्थाओं के महत्व को नष्ट कर रहा है।’ अपनी फेसबुक पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सरकार का एक ही लक्ष्य है, गुजरात सरकार को परेशान करो, भले ही इससे भारत का सुरक्षा तंत्र क्यों न नष्ट हो जाए।’
सीबीआई ने इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में कल दूसरा आरोप पत्र दायर करते हुए खुफिया ब्यूरो के पूर्व विशेष निदेशक राजिंदर कुमार तथा तीन अधिकारियों के खिलाफ हत्या एवं साजिश के आरोप लगाए हैं। हालांकि साक्ष्यों के अभाव में गुजरात के पूर्व मंत्री और मोदी के करीबी अमित शाह का नाम आरोप पत्र में नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 7, 2014, 21:16