घुसपैठियों को वहीं भेजेंगे, जहां से वे आए हैं: नरेंद्र मोदी

घुसपैठियों को वहीं भेजेंगे, जहां से वे आए हैं: नरेंद्र मोदी

घुसपैठियों को वहीं भेजेंगे, जहां से वे आए हैं: नरेंद्र मोदीज़ी मीडिया ब्यूरो
सिल्चर/नई दिल्ली: भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि बांग्लादेश से आए हिन्दू विस्थापितों को देश में शामिल किया जाना चाहिए तथा जैसे ही उनकी पार्टी सत्ता में आई तो इनके शिविरों (डिटेंशन कैंप) को खत्म कर दिया जाएगा।

मोदी ने यहां रामनगर में एक रैली में कहा, जैसे ही हम केन्द्र में सत्ता में आएंगे बांग्लादेश से आए हिन्दुओं को रखने के डिटेंशन कैंप को बंद कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा, हमारी हिन्दुओं के प्रति जिम्मेदारी है जिन्हें अन्य देशों में परेशान एवं उत्पीड़त किया गया है। वे कहां जायेंगे। उनके लिए भारत ही एकमात्र देश है। हमारी सरकार उन्हें परेशान करना जारी नहीं रख सकती। हमें उन्हें यहां समायोजित करना ही पड़ेगा।

गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका यह मतलब नहीं होगा कि असम को पूरा बोझ उठाना पड़ेगा। यह उनके साथ अनुचित होगा तथा उन्हें देश भर में बसाया जाएगा। उन्हें नया जीवन शुरू करने की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने असम की कांग्रेस नीत सरकार को वोट बैंक राजनीति में शामिल होने के लिए आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग समस्या में पड़ गये क्योंकि सरकार बांग्लादेश से घुसपैठ को रोकने में विफल रही है। मोदी ने कहा, असम बांग्लादेश के समीप है जबकि गुजरात पाकिस्तान के करीब। असम के लोगों को बांग्लादेश के कारण समस्या हो रही है जबकि पाकिस्तान मेरे कारण चिंतित है।

मोदी ने कहा कि उनकी असम यात्रा से यहां के मुख्यमंत्री की रातों की नींद उड़ गई। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों को वापस भेजा जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने न केवल स्थानीय लोगों की नौकरियां ले ली हैं बल्कि वे राजनीतिक मंसूबों के साथ आये हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में भी पाकिस्तान से हिन्दू गुजरात एवं राजस्थान में आये थे लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने प्रधानमंत्री काल में योजनाएं बनाकर उन्हें विभिन्न राज्यों में समायोजित किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि असम की सरकार ने अपनी वोट बैंक राजनीति के तहत डिटेंशन कैंप में रह रहे हिन्दू विस्थापितों के मानवाधिकार का उल्लंघन किया है। संदेहास्पद मतदाताओं के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि लोगों के एक वर्ग को उनके मताधिकार से वंचित रखना भी कांग्रेस की वोट बैंक राजनीति का एक हिस्सा है। उन्होंने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि वह संदेहास्पद मतदाता का तगमा हटा ले तथा इन लोगों को मतदान का अधिकार दें जिससे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव हो सके।

मोदी ने चाय बागान मजदूरों से किया जीवन को बेहतर बनाने का वादा
नरेन्द्र मोदी ने आज वादा किया कि असम के चाय बागान के मजदूरों का जीवन बेहतर और गरिमापूर्ण बनाया जाएगा। मोदी ने आज यहां रामनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, चाय उद्योग ने पिछले 150 सालों में असम को एक पहचान दी है। देश के अन्य भागों से मजदूर यहां आये और उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कठिन परिश्रम किया कि दुनिया को उसकी चाय मिल सके। उन्होंने कहा कि चाय बागानों के मजदूरों के जीवन की स्थिति बहुत खराब है। पिछली चार से पांच पीढ़ियों से उनकी जीवन की परिस्थितियों में कोई सुधार नहीं होने जा रहा है। भाजपा ने जगह जगह पर चाय की दुकानें लगाना शुरू कर दिया है ताकि मोदी की चाय बेचने वाली साधारण पृष्ठभूमि को उजागर किया जा सके।

-चुनाव आते ही कांग्रेस जनता को गुमराह करती है
-2014 के चुनाव में कांग्रेस का नामोनिशान नहीं रहेगा
-जो 60 साल में नहीं हुआ, वह 60 महीनों में करेंगे
-कांग्रेस पर भरोसा मत करो, 60 साल से सिर्फ वादे करती आई है।
-नीडो के साथ जो हुआ उससे पीड़ा होना स्वभाविक है
-कांग्रेस भेदभाव की राजनीति करती है
-भाजपा की सरकार बनते ही असम को न्याय मिलेगा
-कांग्रेस के अंतकाल का आरंभ हो गया है
-घुसपैठियों को वहीं भेजेंगे जहां से वे आए हैं
-केंद्र में भाजपा की सरकार बनते ही चाय बगान के कामगारों के लिए काम करूंगा
-भरपूर प्राकृतिक संपदा के बावजूद असम गरीब है
-खेल की दुनिया में असम ने भारत का नाम उंचा किया है
-कांग्रेस ने असम को बर्बाद किया
-चुनाव बाद पूरा देश कांग्रेस मुक्त हो जाएगा।
-कांग्रेस के चलते असम बेहाल है
-गुजरात के चलते पूरा पाकिस्तान परेशान है, बांग्लादेश से असम परेशान है।

First Published: Saturday, February 22, 2014, 15:02

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