Last Updated: Wednesday, November 20, 2013, 19:37
पणजी : सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और आम आदमी पार्टी (आप) नेता अरविंद केजरीवाल के बीच जबानी जंग को `गुरु-चेला` का मामला करार देते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने बुधवार को कहा कि बड़ी चुनावी लड़ाई में यह `प्रहसन` के जैसा है।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह (आईएफएफआई) के उद्घाटन समारोह से पहले यहां एक संवाददाता सम्मेलन में तिवारी ने कहा कि यह गुरु-चेला की लड़ाई है। इससे कांग्रेस को क्या लेना-देना है। यह महज एक प्रहसन है। चंदे की राशि का चुनाव में इस्तेमाल किए जाने के कथित आरोप को लेकर अन्ना हजारे ने अपने पूर्व सहयोगी अरविंद केजरीवाल को आड़े हाथों लिया है।
तिवारी ने यह भी कहा कि भारतीय मतदाताओं की मुख्य चिंता यह है कि क्या वे वास्तव में उस पार्टी और व्यक्ति को मत देंगे जिन्होंने `माताओं, बहनों और बेटियों` की गैरकानूनी निगरानी कराई है। तिवारी का स्पष्ट इशारा हाल ही में गुजरात से उजागर हुई एक युवती की जासूसी कराने के मामले की ओर था। आरोप है कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के निकटतम सहयोगी अमित शाह के इशारे पर गुजरात पुलिस ने युवती का पीछा किया। इस आशय का खुलासा दो खोजी वेबसाइटों ने किया है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 20, 2013, 19:37