Last Updated: Wednesday, October 9, 2013, 20:30

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ पर हमला बोलते हुए कहा कि यह ताकतें सामाजिक न्याय की विरोधी हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं को इनसे सतर्क रहना होगा।
पार्टी मुख्यालय पर राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद मुलायम सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें आरएसएस और भाजपा से सावधान रहना होगा क्योंकि ये सामाजिक न्याय के विरोधी हैं । यह सांप्रदायिक ताकतें विकास के मार्ग में रोड़े अटका रही है और सपा को कमजोर करने की साजिश में लगी हैं। मुजफ्फरनगर में हुए दंगों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए, यादव ने कहा कि दोषी बच नहीं पायेंगे और निर्दोषों को किसी भी सूरत में फंसने नहीं दिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि न्याय होगा। दंगों के लिए दोषी बचने नहीं पायेंगे और निर्दोष फंसने नहीं पायेंगे। उन घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जायेगी। सपा मुखिया ने दावा किया कि भाजपा और कांग्रेस से जनता का भरोसा उठ चुका है और लोकसभा चुनाव के बाद तीसरे मोर्चे की सरकार बनेगी।
केंद्र में सत्तारुढ़ संप्रग की आलोचना करते हुए मुलायम ने कहा कि हालांकि सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्रा आयोग का गठन संप्रग सरकार ने ही किया था, मगर उसने उनकी सिफारिशें लागू नहीं की। अखिलेश सरकार की उपलब्धियों के उल्लेख के साथ सपा मुखिया ने दावा करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार विकास के रास्ते पर बढ़ रही है, जबकि गुजरात के विकास की झूठी ढोल पीटी जा रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता जनता को अपनी सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराये और लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करें।
सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक में सांप्रदायिक और जातिवादी ताकतों के दुष्प्रचार को बेअसर करने के लिए रणनीति बनायी गयी है, जिसके तहत पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आने वाले दिनों में प्रदेश के विभिन्न भागों में 18 रैलियों को संबोधित करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 9, 2013, 20:30